रायपुर : भारत सरकार के स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय ने ह्यूमन मेटान्यूमोवायरस (HMPV) से जुड़ी जागरूकता के लिए सभी राज्यों को दिशा-निर्देश जारी किए हैं। इसी के तहत छत्तीसगढ़ में HMPV संक्रमण पर सतत निगरानी रखने और इसके रोकथाम के लिए तकनीकी समिति का गठन किया गया है। HMPV पर जागरूकता बढ़ाने और दिशानिर्देश तैयार करने के लिए तकनीकी समिति का गठन
तकनीकी समिति की जिम्मेदारियां
इस समिति का मुख्य उद्देश्य HMPV संक्रमण के प्रसार को रोकने, जागरूकता बढ़ाने और प्रभावी कार्ययोजना तैयार करना है। समिति द्वारा आवश्यक सुझाव और दिशा-निर्देश तैयार कर राज्य स्वास्थ्य विभाग को नियमित रूप से प्रस्तुत किए जाएंगे। HMPV पर जागरूकता बढ़ाने और दिशानिर्देश तैयार करने के लिए तकनीकी समिति का गठन
समिति के सदस्य
इस समिति में शामिल सदस्य और उनके पद निम्नलिखित हैं:
- डॉ. एस.के. पामभोई – संचालक, महामारी नियंत्रण (अध्यक्ष)
- डॉ. खेमराज सोनवानी – उपसंचालक
- डॉ. धर्मेंद्र गहवई – उपसंचालक
- श्रीमती आकांक्षा राणा – राज्य सलाहकार, आईएसडीपी
- सुश्री चयनिका नाग – राज्य सलाहकार, आईएसडीपी
HMPV के प्रति जागरूकता क्यों है जरूरी?
- HMPV एक गंभीर संक्रमण है जो विशेष रूप से बच्चों और बुजुर्गों को प्रभावित कर सकता है।
- इसके लक्षणों में बुखार, खांसी और सांस लेने में दिक्कत शामिल हैं।
- रोकथाम के लिए व्यक्तिगत स्वच्छता और समय पर उपचार बेहद महत्वपूर्ण है। HMPV पर जागरूकता बढ़ाने और दिशानिर्देश तैयार करने के लिए तकनीकी समिति का गठन
समिति की कार्यप्रणाली
समिति राज्य में HMPV से संबंधित अद्यतन स्थिति पर नजर रखेगी और संक्रमण की रोकथाम के लिए ठोस कदम उठाएगी। इसके अलावा, यह जागरूकता अभियान चलाकर जनता को शिक्षित करने का काम भी करेगी। HMPV पर जागरूकता बढ़ाने और दिशानिर्देश तैयार करने के लिए तकनीकी समिति का गठन