बिलासपुर। छत्तीसगढ़ के बिलासपुर जिले में सरकारी जमीन के बड़े घोटाले का पर्दाफाश हुआ है। प्रशासन की जांच में करोड़ों की नजूल भूमि को अवैध रूप से टुकड़ों में बेचने का मामला सामने आया है। इस गड़बड़ी के बाद जिला प्रशासन ने कठोर कदम उठाते हुए लीज निरस्त कर दी है। सरकारी जमीन घोटाला: 54 टुकड़ों में बेच डाली नजूल भूमि, लीज निरस्त
लीज पर मिली जमीन को 54 हिस्सों में बेचा
कुदुदंड क्षेत्र में तुलजा भवानी मंदिर के पीछे की दो एकड़ 13 डिसमिल जमीन को भूपेंद्र राव तामस्कर को आवासीय प्रयोजन के लिए लीज पर दिया गया था। लीज खत्म होने के बाद इसे 2045 तक बढ़ाया गया, लेकिन लीज धारक ने शर्तों का उल्लंघन करते हुए बिना अनुमति जमीन को 54 टुकड़ों में बेच दिया। सरकारी जमीन घोटाला: 54 टुकड़ों में बेच डाली नजूल भूमि, लीज निरस्त
नवीनीकरण शर्तों का हुआ उल्लंघन
कलेक्टर अवनीश शरण के निर्देश पर गठित पांच सदस्यीय जांच समिति ने पाया कि नवीनीकरण की शर्तों का उल्लंघन कर आवासीय जमीन को व्यावसायिक उपयोग के लिए बेच दिया गया। इस पर लीज धारक और पंजीयन अधिकारियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की सिफारिश की गई है। सरकारी जमीन घोटाला: 54 टुकड़ों में बेच डाली नजूल भूमि, लीज निरस्त
बिना सत्यापन हुई रजिस्ट्री
नजूल भूमि की 54 टुकड़ों की रजिस्ट्री निरीक्षण और दस्तावेज सत्यापन के बिना ही कर दी गई। कलेक्टर ने तत्कालीन उप पंजीयकों लक्ष्मी पांडे और वीएस मिज को निलंबित करने का प्रस्ताव भेजा है। सरकारी जमीन घोटाला: 54 टुकड़ों में बेच डाली नजूल भूमि, लीज निरस्त
खरीददारों में मचा हड़कंप
लीज निरस्त होने के बाद जिन 54 लोगों ने जमीन खरीदी थी, उनकी करोड़ों की संपत्ति अब शासन के खाते में चली गई। इन खरीददारों ने अपनी जीवन भर की पूंजी लगाई थी और अब वे न्यायालय में अपील करने की तैयारी कर रहे हैं। सरकारी जमीन घोटाला: 54 टुकड़ों में बेच डाली नजूल भूमि, लीज निरस्त
जमीन का होगा सार्वजनिक उपयोग
जिला प्रशासन इस जमीन का बेहतर उपयोग सुनिश्चित करने के लिए योजना बना रहा है। इसमें गार्डन, शासकीय कार्यालय, या अन्य सार्वजनिक उपयोग की संभावना पर विचार किया जा रहा है। सरकारी जमीन घोटाला: 54 टुकड़ों में बेच डाली नजूल भूमि, लीज निरस्त
राजनीतिक संरक्षण पर उठ रहे सवाल
यह घोटाला बिलासपुर जिले में राजस्व विभाग, बिल्डरों और दलालों की मिलीभगत का नतीजा है। हालांकि, इन घोटालेबाजों को जिन राजनेताओं का संरक्षण मिला, उनके खिलाफ अब तक कोई कार्रवाई नहीं हुई है। सरकारी जमीन घोटाला: 54 टुकड़ों में बेच डाली नजूल भूमि, लीज निरस्त