राज्यपाल रमेन डेका ने पिथौरा में अधिकारियों को दिए कड़े निर्देश, बोले- “विकास का लाभ अंतिम व्यक्ति तक पहुंचाना सर्वोच्च प्राथमिकता”
मोतीलाल जांगड़े/महासमुंद:-
महासमुंद/पिथौरा। राज्यपाल रमेन डेका ने पिथौरा में अधिकारियों को दिए कड़े निर्देश, महामहिम राज्यपाल श्री रमेन डेका ने पिथौरा विकासखंड को एक मॉडल के रूप में विकसित करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम उठाते हुए गोड़बहाल में अधिकारियों की समीक्षा बैठक ली। इस बैठक में उन्होंने ‘आकांक्षी विकासखंड’ कार्यक्रम के तहत चल रहे विकास कार्यों और जनकल्याणकारी योजनाओं की गहन समीक्षा की और अधिकारियों को विकास की गति तेज करने के स्पष्ट निर्देश दिए।
“विकास की गति बढ़ाएं, गुणवत्ता से समझौता नहीं”: राज्यपाल का स्पष्ट संदेश
राज्यपाल श्री डेका ने स्वास्थ्य, शिक्षा, कृषि, और बुनियादी ढांचे जैसे प्रमुख क्षेत्रों के प्रदर्शन का विस्तृत विश्लेषण किया। उन्होंने अधिकारियों को निर्देशित करते हुए कहा, “हमारी प्राथमिकता यह सुनिश्चित करना है कि शासन की योजनाओं का लाभ समाज के अंतिम व्यक्ति तक पहुंचे। इसके लिए सभी विभाग आपसी समन्वय के साथ काम करें।” उन्होंने आकांक्षी विकासखंड के सभी संकेतकों में 90 प्रतिशत से अधिक का लक्ष्य हासिल करने के लिए एक ठोस कार्ययोजना बनाने पर जोर दिया।राज्यपाल रमेन डेका ने पिथौरा में अधिकारियों को दिए कड़े निर्देश
जल संरक्षण और पर्यावरण पर विशेष जोर
जल संरक्षण को भविष्य की सबसे बड़ी जरूरत बताते हुए राज्यपाल ने हर गांव में वर्षा जल के संचयन के लिए प्रभावी कदम उठाने को कहा। उन्होंने डाबरी निर्माण, सोख्ता गड्ढों और इंजेक्शन वेल जैसे कार्यों को तेजी से पूरा करने के निर्देश दिए ताकि भूजल स्तर को रिचार्ज किया जा सके। साथ ही, उन्होंने ‘एक पेड़ मां के नाम’ अभियान को एक जन-आंदोलन बनाने और सभी सरकारी परिसरों को हरा-भरा करने का आह्वान किया।राज्यपाल रमेन डेका ने पिथौरा में अधिकारियों को दिए कड़े निर्देश
ग्रामीण अर्थव्यवस्था को मजबूती: पशुपालन, पर्यटन और महिला समूहों पर फोकस
राज्यपाल ने ग्रामीण आजीविका को सशक्त बनाने के लिए पशुपालन को बढ़ावा देने की बात कही। उन्होंने कहा कि इससे न केवल आय बढ़ेगी, बल्कि पोषण सुरक्षा भी सुनिश्चित होगी। क्षेत्र में पर्यटन की अपार संभावनाओं को देखते हुए उन्होंने स्थानीय धरोहरों को संरक्षित कर रोजगार के नए अवसर पैदा करने के निर्देश दिए। राज्यपाल ने महिला स्व-सहायता समूहों के कार्यों की प्रशंसा की और उनकी आर्थिक गतिविधियों को बैंकिंग सुविधाओं से जोड़कर और मजबूत करने पर बल दिया।राज्यपाल रमेन डेका ने पिथौरा में अधिकारियों को दिए कड़े निर्देश
स्वास्थ्य और शिक्षा की नींव होगी मजबूत
समीक्षा बैठक में स्वास्थ्य और शिक्षा पर विशेष ध्यान दिया गया। राज्यपाल ने कुपोषित बच्चों की पहचान कर उनकी सघन निगरानी करने और स्वास्थ्य विभाग को महिला एवं बाल विकास विभाग के साथ मिलकर सटीक डेटा संकलन करने के निर्देश दिए। शिक्षा की गुणवत्ता पर जोर देते हुए उन्होंने शिक्षकों के नियमित प्रशिक्षण और राज्य स्तरीय विशेषज्ञ प्रशिक्षण सुनिश्चित करने को कहा।राज्यपाल रमेन डेका ने पिथौरा में अधिकारियों को दिए कड़े निर्देश
कलेक्टर ने प्रस्तुत किया पिथौरा का प्रगति पत्र, इन क्षेत्रों में हुए उत्कृष्ट कार्य
इस अवसर पर कलेक्टर श्री विनय कुमार लंगेह ने जिले की उपलब्धियों का ब्यौरा प्रस्तुत किया। उन्होंने बताया कि:
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शिक्षा: 77 स्कूलों में पंचायतों के नेतृत्व में नवाचार किए गए, 18 छात्रों का नवोदय विद्यालय में चयन हुआ और 6 सामुदायिक पुस्तकालय स्थापित किए गए।
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स्वच्छता व जल: 55 ग्राम पंचायतों को ODF प्लस मॉडल का दर्जा मिला और 84% घरों में नल कनेक्शन पहुंचाया गया।
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स्वास्थ्य: 100 पंचायतें टीबी-मुक्त घोषित हुईं, 51 बच्चे गंभीर कुपोषण से बाहर आए और 400 से अधिक किशोरियां एनीमिया मुक्त हुईं।
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आजीविका: 6 स्वयं-सहायता समूहों ने अपने उत्पादों का ट्रेडमार्क हासिल किया और 27,461 किसानों को केसीसी ऋण वितरित किए गए।
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डिजिटल समावेशन: 86% से अधिक नागरिकों के आयुष्मान कार्ड बनाए जा चुके हैं और 614 बैंकिंग टच पॉइंट कार्यरत हैं।
बैठक के अंत में राज्यपाल ने अधिकारियों को नियमित रूप से फील्ड विजिट कर योजनाओं का जमीनी निरीक्षण करने और लाभार्थियों से सीधा संवाद करने के निर्देश दिए।राज्यपाल रमेन डेका ने पिथौरा में अधिकारियों को दिए कड़े निर्देश