स्वास्थ्य विभाग की DMF जिलों के लिए अनूठी पहल: 24 घंटों में चिकित्सा विशेषज्ञों की पदस्थापना, कोंडागांव से हुई शुरुआत
मनोज शुक्ला/रायपुर:-
सूदूर अंचलों में स्वास्थ्य सेवाओं में बड़ा सुधार
रायपुर: छत्तीसगढ़ के स्वास्थ्य विभाग ने स्वास्थ्य मंत्री श्याम बिहारी जायसवाल के नेतृत्व में एक अनूठी पहल की है, जिसके तहत सूदूर अंचलों में चिकित्सा विशेषज्ञों की त्वरित पदस्थापना की जा रही है। यह पहल राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन (NHM) के अंतर्गत संचालित की जा रही है, जिसमें जिला चिकित्सालयों और सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों में चिकित्सा विशेषज्ञों की कमी को दूर करने के लिए तत्काल कार्यवाही की जा रही है।
24 घंटे में नियुक्ति पत्र जारी, कोंडागांव से मिली सफलता
जिलों से प्राप्त आवेदनों पर तुरंत कार्यवाही करते हुए, NHM द्वारा चिकित्सा विशेषज्ञों को 24 घंटों के भीतर नियुक्ति पत्र जारी किया जा रहा है। कोंडागांव जिले से प्राप्त प्रस्ताव पर त्वरित कार्यवाही करते हुए, चार चिकित्सा विशेषज्ञों की नियुक्ति की गई है। इनमें डॉ. कृष्णा कुमार मरकाम (निश्चेतना विशेषज्ञ), डॉ. कोमल पारख (नेत्र रोग विशेषज्ञ), डॉ. शिखा कश्यप (स्त्री रोग विशेषज्ञ), और डॉ. शैलेश कुमार (शल्यक्रिया विशेषज्ञ) शामिल हैं।
DMF जिलों में चिकित्सा विशेषज्ञों की तैनाती
स्वास्थ्य मंत्री श्याम बिहारी जायसवाल के निर्देशानुसार, जिन जिलों में जिला खनिज न्यास निधि (DMF) के अंतर्गत चिकित्सा विशेषज्ञों की नियुक्ति की गई थी, लेकिन बजट की कमी के कारण स्वास्थ्य सेवाओं में निरंतरता प्रभावित हो रही थी, उन जिलों से प्रस्ताव प्राप्त कर 24 घंटों के भीतर चिकित्सा विशेषज्ञों की तैनाती की जा रही है। इस पहल का उद्देश्य राज्य के सभी जिलों में चिकित्सा विशेषज्ञों की उपलब्धता सुनिश्चित करना है।
डिजिटल माध्यम से आवेदन और बढ़ती संख्या
आने वाले समय में, राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के अंतर्गत चिकित्सा विशेषज्ञों की संख्या में वृद्धि होने की संभावना है। विभागीय पोर्टल के माध्यम से विशेषज्ञ अब घर बैठे ही आवेदन कर सकेंगे, जिससे प्रक्रिया और भी आसान हो जाएगी। वर्तमान में NHM के अंतर्गत 112 चिकित्सा विशेषज्ञ और 273 MBBS चिकित्सक कार्यरत हैं, और यह संख्या लगातार बढ़ रही है।
यह पहल छत्तीसगढ़ के स्वास्थ्य क्षेत्र में एक महत्वपूर्ण कदम साबित हो रही है, जिससे दूरस्थ अंचलों में भी उच्च गुणवत्ता की स्वास्थ्य सेवाएं उपलब्ध हो रही हैं। कोंडागांव जिले में इस पहल की सफलता के बाद, इसे अन्य जिलों में भी विस्तार देने की योजना है, जिससे राज्य के हर कोने में स्वास्थ्य सेवाएं सुलभ होंगी।