छत्तीसगढ़ का प्राचीन इतिहास कई कालखंडों में विभाजित किया जा सकता है। यहां के ऐतिहासिक प्रमाण प्रागैतिहासिक काल से लेकर वैदिक काल, बौद्ध काल, मौर्य और सातवाहन काल, तथा गुप्त काल तक विस्तारित हैं। छत्तीसगढ़ का ऐतिहासिक पृष्ठभूमि और प्राचीन काल का इतिहास
1. प्रागैतिहासिक काल (Prehistoric Period)
इस काल में लिखित प्रमाण नहीं मिलते थे, लेकिन छत्तीसगढ़ की गुफाओं और शिलाओं से कई ऐतिहासिक साक्ष्य प्राप्त हुए हैं।
- जोगीमारा गुफा (सरगुजा):
रामगढ़ की पहाड़ियों में स्थित यह गुफा गेरुआ रंग के चित्रों से सजी है। चित्रों में पशु, पक्षी और पेड़-पौधों के अलावा सामाजिक जीवन का चित्रण है। - सिंघनपुर (रायगढ़):
लाल रंग की शैल चित्रकारी में मानव आकृतियां शिकार करते हुए दर्शाई गई हैं। इसके साथ ही यहां शैलाश्रय और पाषाण युगीन औजार मिले हैं। - कबरा पहाड़ (रायगढ़):
यहां मगरमच्छ, हिरण और अन्य पशुओं के साथ मानव आकृतियों के चित्र उकेरे गए हैं। - नव पाषाण युग के औजार:
राजनांदगांव और रायगढ़ के क्षेत्र में नवपाषाण युगीन औजार मिले हैं, जो इस युग की सभ्यता को उजागर करते हैं। - महापाषाण स्मारक:
दुर्ग जिले के करही भदर और सोरर गांव में महापाषाण स्मारक पाए गए हैं, जिनका उपयोग मृतकों को दफनाने के लिए किया जाता था। छत्तीसगढ़ का ऐतिहासिक पृष्ठभूमि और प्राचीन काल का इतिहास
2. वैदिक काल (Vedic Period)
वैदिक सभ्यता को ऋग्वैदिक (1500-1000 ई.पू.) और उत्तर वैदिक (1000-600 ई.पू.) काल में विभाजित किया गया है।
- उत्तर वैदिक काल:
इस काल में छत्तीसगढ़ को दक्षिण कोसल कहा जाता था। रामायण में इसका उल्लेख भानुमंत के राज्य के रूप में मिलता है। राजा भानुमंत की बेटी कौशल्या का विवाह अयोध्या के राजा दशरथ से हुआ था। छत्तीसगढ़ का ऐतिहासिक पृष्ठभूमि और प्राचीन काल का इतिहास
3. बौद्ध काल (Buddhist Period)
छठी शताब्दी ईसा पूर्व में सिरपुर बौद्ध धर्म का महत्वपूर्ण केंद्र बन गया।
- सिरपुर की खुदाई:
यहां 10 बौद्ध विहार, 22 शिव मंदिर और जैन मंदिरों के अवशेष मिले हैं। महात्मा बुद्ध के आगमन के प्रमाण भी यहां पाए गए हैं। छत्तीसगढ़ का ऐतिहासिक पृष्ठभूमि और प्राचीन काल का इतिहास
4. मौर्य और सातवाहन काल (Mauryan and Satavahana Period)
- मौर्य काल:
मौर्य वंश का शासन इस क्षेत्र पर रहा। सरगुजा के सीताबेंगरा गुफा में मौर्यकालीन शिलालेख मिले हैं। - सातवाहन काल:
बिलासपुर में सातवाहन कालीन सिक्के और अन्य साक्ष्य मिले हैं। छत्तीसगढ़ का ऐतिहासिक पृष्ठभूमि और प्राचीन काल का इतिहास
5. गुप्त काल (Gupta Period)
गुप्त काल में दक्षिण कोसल पर अधिकार के लिए समुद्रगुप्त ने धर्म विजय अभियान चलाया।
- पुरातात्विक साक्ष्य:
दुर्ग के बानबरद और रायपुर के आरंग में गुप्त कालीन सिक्के मिले हैं। छत्तीसगढ़ का ऐतिहासिक पृष्ठभूमि और प्राचीन काल का इतिहास
छत्तीसगढ़ के ऐतिहासिक स्मारक और धरोहर
छत्तीसगढ़ के प्राचीन स्मारक, शिलालेख और मूर्तियां इसकी समृद्ध सांस्कृतिक धरोहर को दर्शाते हैं। छत्तीसगढ़ का ऐतिहासिक पृष्ठभूमि और प्राचीन काल का इतिहास