कोल इंडिया का ऐतिहासिक कदम: खदान दुर्घटना में जान गंवाने वाले कर्मियों के आश्रितों को अब 25 लाख रुपए की सहायता
'वी केयर' पहल के तहत बढ़ा अनुग्रह राशि का लाभ; 26 जून से लागू होगा आदेश, सुरक्षा और सम्मान को नई दिशा

कोरबा: कोल इंडिया का ऐतिहासिक कदम: खदान दुर्घटना में जान गंवाने वाले कर्मियों के आश्रितों को अब 25 लाख रुपए की सहायता, देश की ऊर्जा सुरक्षा सुनिश्चित करने में अहम भूमिका निभाने वाले कोयला खनिकों और उनके परिवारों के लिए कोल इंडिया लिमिटेड ने एक बेहद महत्वपूर्ण और सराहनीय फैसला लिया है। अब कोयला खदानों में कार्य के दौरान घातक दुर्घटनाओं में जान गंवाने वाले नियमित और ठेका कर्मचारियों के आश्रितों को मिलने वाली अनुग्रह राशि (एक्सग्रेशिया) को 15 लाख रुपये से बढ़ाकर सीधे 25 लाख रुपये कर दिया गया है। यह निर्णय ‘वी केयर’ (We Care) पहल के तहत लिया गया है और इसे 26 जून 2025 से ही प्रभावी कर दिया गया है, जिसका आदेश विश्वकर्मा जयंती के शुभ अवसर पर जारी किया गया।
एक बड़ा बदलाव: राहत और सम्मान का नया अध्याय
कोल इंडिया के इस फैसले को सिर्फ एक आर्थिक बढ़ोतरी के रूप में नहीं, बल्कि उन लाखों परिवारों के प्रति सम्मान और जिम्मेदारी के रूप में देखा जा रहा है, जिनकी आजीविका का आधार कोयला खदानें हैं। कोयला खनिकों का काम बेहद जोखिम भरा होता है, और कई बार ये अपनी जान गंवा देते हैं। ऐसे समय में उनके परिवार को आर्थिक संबल देना अत्यंत आवश्यक हो जाता है। खदान दुर्घटना में जान गंवाने वाले कर्मियों के आश्रितों को अब 25 लाख रुपए की सहायता
यह घोषणा केंद्रीय कोयला और खान मंत्री जी किशन रेड्डी द्वारा पिछले दिनों कोल इंडिया कर्मचारियों के लिए नई वर्दी, कॉर्पोरेट वेतन पैकेज और अनुग्रह लाभों में बढ़ोतरी को लेकर की गई घोषणाओं की कड़ी में आई है। कोल इंडिया का प्रबंधन इस दिशा में तेजी से आगे बढ़ रहा है और इसी तारतम्य में यह महत्वपूर्ण आदेश जारी किया गया है। कोल इंडिया के कार्यकारी निदेशक (मानव संसाधन) द्वारा जारी इस आदेश में स्पष्ट किया गया है कि रोजगार के दौरान या उसके कारण होने वाली घातक खदान दुर्घटना के मामले में मृत अधिकारी और कर्मचारियों के निकटतम आश्रित परिजनों को यह बढ़ी हुई अनुग्रह राशि प्रदान की जाएगी। खदान दुर्घटना में जान गंवाने वाले कर्मियों के आश्रितों को अब 25 लाख रुपए की सहायता
ठेका श्रमिकों को भी मिलेगा लाभ: ठेकेदारों पर जिम्मेदारी
यह लाभ केवल कोल इंडिया के नियमित कर्मचारियों तक ही सीमित नहीं है, बल्कि उन ठेका श्रमिकों को भी कवर करेगा, जो अपनी मेहनत से कोयला उत्पादन में योगदान देते हैं। ठेका कर्मचारी की घातक दुर्घटना में मृत्यु होने पर इस अनुग्रह राशि का भुगतान संबंधित ठेकेदार द्वारा वहन किया जाएगा। यह एक स्वागत योग्य कदम है, क्योंकि ठेका श्रमिकों को अक्सर नियमित कर्मचारियों के समान सुरक्षा और लाभ नहीं मिल पाते थे। यह निर्णय ठेका श्रमिकों के अधिकारों की दिशा में एक सकारात्मक बदलाव का प्रतीक है। खदान दुर्घटना में जान गंवाने वाले कर्मियों के आश्रितों को अब 25 लाख रुपए की सहायता
बोर्ड ऑफ डायरेक्टर्स की मुहर: 26 जून से प्रभावी
इस महत्वपूर्ण फैसले पर कोल इंडिया के बोर्ड ऑफ डायरेक्टर्स की 480वीं मीटिंग में मुहर लगी थी, जो 26 जून 2025 को कोल इंडिया मुख्यालय में आयोजित हुई थी। प्रबंधन ने इस निर्णय को उसी तारीख से लागू करने का आदेश जारी कर दिया है, जिससे यह सुनिश्चित होता है कि इसका लाभ तत्काल प्रभाव से मिलना शुरू हो जाए। खदान दुर्घटना में जान गंवाने वाले कर्मियों के आश्रितों को अब 25 लाख रुपए की सहायता
सुरक्षा का व्यापक कवच: बीमा और वर्दी का भी तोहफा
अनुग्रह राशि में बढ़ोतरी के साथ-साथ, कोल इंडिया कर्मचारियों की सुरक्षा और सम्मान के लिए कई अन्य महत्वपूर्ण कदम भी उठा रहा है:
एक करोड़ का बीमा कवर: ‘सुरक्षा हर कर्मचारी की, सुरक्षा में एकजुट, भविष्य के लिए सशक्त’ टैगलाइन के तहत, कॉर्पोरेट वेतन पैकेज के अंतर्गत नियमित कर्मचारियों को अब 1 करोड़ रुपए का बीमा कवर मिलेगा। वहीं, ठेका कर्मचारियों के लिए 40 लाख रुपए का बीमा सुविधा का लाभ मिलेगा। इस योजना से पहले ही 2 लाख 15 हजार से अधिक नियमित कर्मचारी और 44 हजार संविदा कर्मचारी जुड़े हुए हैं। सबसे खास बात यह है कि कर्मचारियों को इसके लिए अलग से कोई बीमा प्रीमियम नहीं देना पड़ेगा; संबंधित बैंक ही यह सुविधा प्रदान करेंगे। इस सुविधा को दस प्रमुख सार्वजनिक क्षेत्र की बैंकों और छत्तीसगढ़ राज्य ग्रामीण बैंक के साथ समझौता ज्ञापन के माध्यम से क्रियान्वित किया गया है।
नई वर्दी और ड्रेस कोड: कोल इंडिया ने अपने नियमित कर्मचारियों के लिए एक नई वर्दी और ड्रेस कोड लागू किया है, जो साझा पहचान, व्यावसायिकता और सुरक्षा को बढ़ावा देगा। अब इस दायरे में कोयला खदानों में काम करने वाले ठेका कर्मचारियों को भी शामिल करने का निर्णय लिया गया है। यह कदम कार्यस्थल पर सुरक्षा मानकों को बेहतर बनाने और सभी श्रमिकों में एकरूपता व व्यावसायिकता की भावना लाने में मदद करेगा।
दूरगामी प्रभाव: सुरक्षा, सम्मान और सशक्तिकरण
कोल इंडिया के ये फैसले न केवल मृत कर्मचारियों के परिवारों को तात्कालिक आर्थिक सहायता प्रदान करेंगे, बल्कि यह संदेश भी देंगे कि कंपनी अपने कर्मचारियों के कल्याण और सुरक्षा के प्रति प्रतिबद्ध है। यह कदम खदानों में काम करने वाले लाखों श्रमिकों के मनोबल को बढ़ाएगा और उन्हें यह विश्वास दिलाएगा कि उनका योगदान और उनके जीवन का महत्व है। अनुग्रह राशि में यह वृद्धि एक मजबूत सुरक्षा जाल प्रदान करती है, जो जोखिम भरे माहौल में काम करने वाले लोगों के लिए एक बड़ी राहत है। यह भारत के ऊर्जा क्षेत्र में मानव संसाधन प्रबंधन की दिशा में एक ऐतिहासिक और सकारात्मक बदलाव का प्रतीक है। खदान दुर्घटना में जान गंवाने वाले कर्मियों के आश्रितों को अब 25 लाख रुपए की सहायता








