रायपुर: 21 वर्षीय छात्रा श्रेष्ठा की मौत को एक महीने से ज्यादा समय हो चुका है, लेकिन अब तक न उसके माता-पिता को सीसीटीवी फुटेज मिले हैं और न ही पोस्टमार्टम रिपोर्ट। इसके बावजूद, कार की टक्कर मारने वाली शिखा अग्रवाल, जो वन मंत्री के ओएसडी तीर्थराज अग्रवाल की पत्नी हैं, पर हिट एंड रन का मामला दर्ज नहीं किया गया है।Shrestha road accide
इंसाफ के लिए भटकते माता-पिता
श्रेष्ठा के पिता आभास सतपथी अपनी बेटी के न्याय के लिए दर-दर भटक रहे हैं। उनकी बेटी का 10 सितंबर को जन्मदिन था, जो अब उनकी जिंदगी का सबसे कड़वा दिन बन गया है। पोस्टमार्टम रिपोर्ट और सीसीटीवी फुटेज तक पहुंचने के लिए भी उन्हें कई प्रशासनिक दफ्तरों के चक्कर लगाने पड़े हैं, लेकिन अभी तक कोई संतोषजनक जवाब नहीं मिला।Shrestha road accide
हादसा: एक अफसर की पत्नी बनी मौत का कारण
श्रेष्ठा की मौत 1 अगस्त को एक सड़क दुर्घटना में हुई थी, जब वह अपने पिता के लिए दवा लेने जा रही थी। उसी वक्त एरिना होटल के पास शिखा अग्रवाल की कार ने रॉन्ग साइड से आकर उसे टक्कर मार दी। कार का नंबर CG-14-MP-0686 था। इसके बावजूद, पुलिस ने शिखा अग्रवाल को तुरंत जमानत दे दी और गाड़ी भी उनके घर वापस कर दी। Shrestha road accide
जांच में पुलिस की कोताही और पक्षपात
पुलिस ने शिखा अग्रवाल के खिलाफ केवल लापरवाही की धारा 106/1 लगाई, लेकिन हिट एंड रन का केस दर्ज नहीं किया। यह सवाल उठ रहा है कि यदि टक्कर मारने वाला कोई आम नागरिक होता, तो क्या मामला इसी तरह से हल्का लिया जाता? खासतौर पर, जब जुलाई में शिखा अग्रवाल पर खतरनाक ड्राइविंग के लिए पहले से ही जुर्माना लगाया गया था।Shrestha road accide
माता-पिता की सीआईडी जांच की मांग
श्रेष्ठा के माता-पिता का कहना है कि उनकी बेटी की जान बच सकती थी यदि उसे समय पर इलाज मिल जाता। अब वे सीआईडी जांच की मांग कर रहे हैं, ताकि निष्पक्ष और सख्त कार्रवाई की जा सके।Shrestha road accide
न्याय की उम्मीद और शिखा अग्रवाल पर सख्त कार्रवाई की मांग
श्रेष्ठा की मां मधु का कहना है कि उनकी बेटी ने नीट परीक्षा पास की थी और एमबीबीएस में प्रवेश लेने वाली थी। उनका सपना था कि इस जन्मदिन पर उनकी डॉक्टरी की खुशी मनाई जाएगी, लेकिन अब वे सिर्फ न्याय की उम्मीद लगाए बैठे हैं।Shrestha road accide