सेंट्रल पार्क प्रोजेक्ट में राजेश शर्मा का रसूख
भोपाल में सेंट्रल पार्क प्रोजेक्ट ने सुर्खियां बटोरी हैं, लेकिन इस प्रोजेक्ट के लिए मिली अनुमति ने कई सवाल उठाए हैं। त्रिशूल कंस्ट्रक्शन के प्रमुख राजेश शर्मा ने अपनी राजनीतिक और प्रशासनिक ताकत का इस्तेमाल करके सेंट्रल पार्क को खड़ा कराया, जबकि बॉलीवुड सुपरस्टार अमिताभ बच्चन को अपनी जमीन पर निर्माण के लिए अनुमति नहीं मिल पाई थी। यह मामला राज्य और स्थानीय प्रशासन के नियमों के उल्लंघन की ओर इशारा करता है। राजेश शर्मा ने अमिताभ बच्चन के लिए नहीं मिली अनुमति को कैसे पार किया: सेंट्रल पार्क प्रोजेक्ट में बड़ा घोटाला
अमिताभ बच्चन की जमीन पर निर्माण को मिली अनुमति से इनकार
2022 में, अमिताभ बच्चन की पत्नी जया बच्चन के नाम से भोपाल के सेवनिया गोंड क्षेत्र में 2.024 हेक्टेयर जमीन पर निर्माण के लिए जिला नगर और ग्राम निवेश कार्यालय से अनुमति मांगी गई थी। हालांकि, उन्हें लो डेंसिटी और कैचमेंट एरिया के नियमों का हवाला देते हुए अनुमति से मना कर दिया गया था। यही नहीं, जब जया बच्चन की जमीन के आसपास के क्षेत्र में सेंट्रल पार्क प्रोजेक्ट धड़ल्ले से खड़ा किया गया, तो इस पर सवाल उठने लगे। राजेश शर्मा ने अमिताभ बच्चन के लिए नहीं मिली अनुमति को कैसे पार किया: सेंट्रल पार्क प्रोजेक्ट में बड़ा घोटाला
सेंट्रल पार्क प्रोजेक्ट के आसपास का विवाद
सेंट्रल पार्क प्रोजेक्ट, जो खसरा नंबर 43, 44, 45 और 47 में स्थित है, राजेश शर्मा के 20 प्लाटों के अलावा पूर्व मुख्य सचिव इकबाल सिंह बैंस की जमीन पर भी बना है। यहां तक कि एक बिल्डर, कुणाल अग्रवाल ने इस प्रोजेक्ट के लिए अनुमतियां हासिल करने में राजेश शर्मा की मदद का दावा किया है। 2024 में जिला नगर एवं ग्राम निवेश कार्यालय ने नोटिस भी जारी किया, लेकिन अभी तक इस मामले में किसी के खिलाफ ठोस कार्रवाई नहीं हुई है। राजेश शर्मा ने अमिताभ बच्चन के लिए नहीं मिली अनुमति को कैसे पार किया: सेंट्रल पार्क प्रोजेक्ट में बड़ा घोटाला
अमिताभ बच्चन के जमीन विवाद का दूसरा पहलू
अमिताभ बच्चन और जया बच्चन के खिलाफ 2022 में एक और विवाद सामने आया था, जिसमें जया बच्चन के नाम पर भोपाल के सेवनिया गोंड क्षेत्र में 2.024 हेक्टेयर जमीन को लेकर एक व्यक्ति ने बच्चन परिवार पर सौदे को रद्द करने का आरोप लगाया था। आरोप था कि बच्चन परिवार ने 5 एकड़ जमीन बेचने का एग्रीमेंट किया था और एडवांस भी लिया था, लेकिन बाद में सौदे को रद्द करने की कोशिश की। इस मामले में कानूनी कार्रवाई की धमकी दी गई थी, और यह मामला मीडिया में खूब चर्चित हुआ था। राजेश शर्मा ने अमिताभ बच्चन के लिए नहीं मिली अनुमति को कैसे पार किया: सेंट्रल पार्क प्रोजेक्ट में बड़ा घोटाला
निष्कर्ष: प्रशासन और निर्माण में अनियमितताएं
राजेश शर्मा के सेंट्रल पार्क प्रोजेक्ट से जुड़े विवाद ने प्रशासन के कार्यप्रणाली और नियमों के पालन पर सवाल खड़े किए हैं। जहां एक तरफ अमिताभ बच्चन को अपनी जमीन पर निर्माण के लिए अनुमति नहीं मिल रही थी, वहीं राजेश शर्मा के प्रभावशाली रसूख के कारण वही कार्य बिना किसी रुकावट के पूरा हो गया। यह मामला यह दर्शाता है कि किस तरह प्रशासनिक और राजनीतिक ताकतों का गलत इस्तेमाल हो सकता है। राजेश शर्मा ने अमिताभ बच्चन के लिए नहीं मिली अनुमति को कैसे पार किया: सेंट्रल पार्क प्रोजेक्ट में बड़ा घोटाला