रायगढ़ में आंधी-बारिश का कहर: सैकड़ों पोल और ट्रांसफार्मर ध्वस्त, शहर से लेकर गांव तक ब्लैक आउट, करोड़ों का नुकसान

रायगढ़ में आंधी-बारिश का कहर: सैकड़ों पोल और ट्रांसफार्मर ध्वस्त, शहर से लेकर गांव तक ब्लैक आउट, करोड़ों का नुकसान
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कुदरत का रौद्र रूप: तेज अंधड़ और मूसलाधार बारिश ने थामी जिंदगी की रफ्तार
रायगढ़: सैकड़ों पोल और ट्रांसफार्मर ध्वस्त, छत्तीसगढ़ के रायगढ़ जिले में गुरुवार शाम मौसम ने ऐसा कहर बरपाया कि जन-जीवन अस्त-व्यस्त हो गया। तेज अंधड़ के साथ हुई मूसलाधार बारिश ने जिले की पूरी बिजली व्यवस्था को तहस-नहस कर दिया। सैकड़ों बिजली के पोल उखड़ गए, दर्जनों पेड़ गिर गए और कई ट्रांसफार्मर फेल हो गए, जिससे शहर से लेकर गांव तक अंधेरा छा गया।
शहरी क्षेत्रों में मचाई तबाही
गुरुवार शाम करीब 5 बजे मौसम का मिजाज अचानक बदला और तेज गरज-चमक के साथ अंधड़ और बारिश का दौर शुरू हो गया। इस प्राकृतिक आपदा के कारण शहर के चांदमारी स्थित मुख्य सब-स्टेशन का कंट्रोल पैनल जल गया, जिससे एक बड़े इलाके की बिजली गुल हो गई। चांदमारी, सर्किट हाउस, हाउसिंग बोर्ड कॉलोनी, मधुबन पारा और नवागढ़ी समेत दर्जनों मोहल्लों में करीब 4-5 घंटे तक ब्लैक आउट की स्थिति बनी रही।सैकड़ों पोल और ट्रांसफार्मर ध्वस्त
देर रात तक बिजली विभाग की टीमें मरम्मत के काम में जुटी रहीं। शहर के बुढ़ीमाई मंदिर परिसर में एक विशाल पीपल का पेड़ गिरने से दो बिजली के पोल टूट गए, जिससे आसपास के मोहल्लों में भी अंधेरा छा गया। इसके अलावा, मिट्ठुमुड़ा और कृष्णा नगर कॉलोनी जैसे इलाकों में इंसुलेटर फटने से भी बिजली आपूर्ति बाधित हुई। निगम की टीम ने भी सुबह से ही मोर्चा संभाला और जेसीबी की मदद से सड़कों पर गिरे पेड़ों को हटाने का काम किया।सैकड़ों पोल और ट्रांसफार्मर ध्वस्त
ग्रामीण इलाकों में स्थिति और भी गंभीर
अंधड़ और बारिश ने ग्रामीण क्षेत्रों में और भी ज्यादा नुकसान पहुंचाया है। बिजली विभाग के डिवीजन-2 के अंतर्गत आने वाले पुटकापुरी क्षेत्र में हवा की रफ्तार इतनी तेज थी कि लगभग 100 बिजली के पोल टूटकर गिर गए। इसी तरह घरघोड़ा के छर्राटांगर और धरमजयगढ़ के कापू क्षेत्र में भी 11 केवी लाइन के कई पोल टूटने से दर्जनों गांव अंधेरे में डूब गए। कई गांवों में तो शुक्रवार शाम तक भी बिजली आपूर्ति बहाल नहीं हो सकी थी।सैकड़ों पोल और ट्रांसफार्मर ध्वस्त
एक करोड़ से ज्यादा के नुकसान का अनुमान
इस प्राकृतिक आपदा से बिजली विभाग को भारी वित्तीय नुकसान हुआ है। प्रारंभिक आकलन के अनुसार, दोनों डिवीजनों (शहरी और ग्रामीण) को मिलाकर लगभग एक करोड़ रुपये के नुकसान की आशंका जताई जा रही है। इसमें टूटे हुए पोल, तार, जले हुए ट्रांसफार्मर और अन्य उपकरणों की लागत शामिल है।सैकड़ों पोल और ट्रांसफार्मर ध्वस्त
अधिकारियों ने क्या कहा?
रायगढ़ विद्युत विभाग के कार्यपालन अभियंता (ईई) बी.आर. साहू ने बताया, “गुरुवार को आए चक्रवात और बारिश से दोनों डिवीजनों में भारी नुकसान हुआ है। शहरी क्षेत्रों में बिजली व्यवस्था देर रात तक काफी हद तक बहाल कर दी गई थी, लेकिन ग्रामीण इलाकों में नुकसान बहुत ज्यादा है। हमारी टीमें शुक्रवार को भी दिन भर मरम्मत के काम में जुटी रहीं।”सैकड़ों पोल और ट्रांसफार्मर ध्वस्त









