नई दिल्ली। डॉक्टरों की सुरक्षा को लेकर केंद्र सरकार ने सख्त कदम उठाए हैं। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने सभी मेडिकल संस्थानों को निर्देश दिए हैं कि अगर किसी डॉक्टर पर हमला होता है तो 6 घंटे के अंदर संबंधित के खिलाफ एफआईआर दर्ज करानी होगी। यह जिम्मेदारी उस संस्थान की होगी, जहां मेडिकल स्टाफ की तैनाती है।डॉक्टरों पर हमले के मामले में केंद्र सरकार सख्त
कोलकाता की घटना के बाद निर्देश जारी
कोलकाता के आरजी कर मेडिकल कॉलेज और अस्पताल में 31 साल की ट्रेनी महिला डॉक्टर की रेप के बाद हत्या के मामले से डॉक्टरों में भारी नाराजगी है। इस घटना के बाद केंद्र सरकार ने डॉक्टरों की सुरक्षा को प्राथमिकता देते हुए मेडिकल संस्थानों को दिशा-निर्देश जारी किए हैं।डॉक्टरों पर हमले के मामले में केंद्र सरकार सख्त
6 घंटे में FIR की अनिवार्यता
स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा है कि अगर किसी डॉक्टर पर हमला या हिंसा होती है, तो संस्थान को 6 घंटे के अंदर एफआईआर दर्ज करानी होगी। इस मामले में सख्त कार्रवाई की जाएगी। मंत्रालय ने सभी स्वास्थ्य संस्थानों को मेमो भेजते हुए निर्देश दिए हैं कि डॉक्टरों पर हिंसा की स्थिति में घटना के 6 घंटे के भीतर एफआईआर दर्ज करवाई जाए और इसकी पूरी जिम्मेदारी संस्था के प्रमुख की होगी।डॉक्टरों पर हमले के मामले में केंद्र सरकार सख्त
कोलकाता के मामले में CBI की जांच
कोलकाता के आरजी कर मेडिकल कॉलेज और अस्पताल में 9 अगस्त की रात ट्रेनी महिला डॉक्टर का शव बरामद हुआ था। पुलिस जांच में पता चला कि डॉक्टर के साथ रेप कर उसकी हत्या की गई। इस घटना के बाद डॉक्टरों ने अपनी सुरक्षा को लेकर सवाल उठाए और हड़ताल शुरू कर दी। हाईकोर्ट ने मामले की जांच सीबीआई को सौंप दी है।डॉक्टरों पर हमले के मामले में केंद्र सरकार सख्त
CBI की पूछताछ
सीबीआई ने घटना की जांच के तहत आरजी कर मेडिकल कॉलेज के चार ट्रेनी डॉक्टरों को पूछताछ के लिए बुलाया है। इससे पहले सीबीआई ने ट्रेनी डॉक्टर के तीन बैचमेट्स से भी पूछताछ की थी। इसके साथ ही, अस्पताल के चेस्ट मेडिसिन विभाग के पूर्व प्रमुख और थाने के प्रभारी अधिकारी से भी पूछताछ की गई। CBI की टीम ने पीड़िता के घर का दौरा किया और उसके माता-पिता से भी बात की।डॉक्टरों पर हमले के मामले में केंद्र सरकार सख्त
डॉक्टरों की सुरक्षा पर जोर
डॉक्टरों के संगठनों ने केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री से मुलाकात कर डॉक्टरों की सुरक्षा को प्राथमिकता देने और केंद्रीय प्रोटेक्शन एक्ट को लागू करने की मांग की है। केंद्र सरकार द्वारा जारी इन नए निर्देशों से डॉक्टरों की सुरक्षा को लेकर सकारात्मक कदम उठाए जाने की उम्मीद है।डॉक्टरों पर हमले के मामले में केंद्र सरकार सख्त