आरंग में बाइक चोरी का बढ़ता आतंक: कबाड़ में बेची जा रही चोरी की गाड़ियां
आरंग। छत्तीसगढ़ के आरंग क्षेत्र में चोरी की घटनाएं लगातार बढ़ रही हैं, जिससे स्थानीय लोगों में डर और आक्रोश बढ़ता जा रहा है। ताजा मामला अग्रवाल पारा का है, जहां टाइल्स ठेकेदार रवि लोधी की हीरो HF Dawn (CG 04 LE 2312) मोटरसाइकिल दिनदहाड़े चोरी हो गई। जब रवि ने बाइक की तलाश की, तो कोई सुराग नहीं मिला। आरंग में बाइक चोरी का बढ़ता आतंक: कबाड़ में बेची जा रही चोरी की गाड़ियां
देवार बस्ती में मिला चोरी की गई बाइक का कबाड़
रवि को संदेह हुआ कि चोरी हुई बाइक देवार बस्ती में हो सकती है, क्योंकि इस क्षेत्र में चोरी के सामान अक्सर बरामद होते हैं। जब वे वहां पहुंचे, तो देखा कि कुछ युवक उनकी मोटरसाइकिल के पुर्जे अलग कर रहे थे। जैसे ही चोरों ने रवि को देखा, वे मौके से फरार हो गए। आरंग में बाइक चोरी का बढ़ता आतंक: कबाड़ में बेची जा रही चोरी की गाड़ियां
पुलिस जांच के बावजूद कोई गिरफ्तारी नहीं
रवि ने तुरंत पुलिस को सूचना दी। पुलिस ने मौके पर पहुंचकर छानबीन और पूछताछ की, लेकिन किसी ने कोई जानकारी देने से इनकार कर दिया। घटनास्थल पर टूल किट और औजार पाए गए, जिससे यह साफ हो गया कि यहां चोरी के वाहनों को काटकर कबाड़ में बेचा जाता है। आरंग में बाइक चोरी का बढ़ता आतंक: कबाड़ में बेची जा रही चोरी की गाड़ियां
देवार बस्ती बनी चोरी का गढ़, प्रशासन की कार्रवाई पर सवाल
स्थानीय लोगों का कहना है कि देवार बस्ती चोरी के सामानों का मुख्य अड्डा बन चुकी है। चोरी हुई बाइक और अन्य सामान यहीं लाकर बेचा जाता है, लेकिन प्रशासन की ओर से कोई सख्त कदम नहीं उठाया गया। आरंग में बाइक चोरी का बढ़ता आतंक: कबाड़ में बेची जा रही चोरी की गाड़ियां
प्रशासन कब उठाएगा ठोस कदम?
आरंग में बढ़ती चोरी की घटनाओं से लोग दहशत में हैं। आए दिन देवार बस्ती का नाम चोरी के मामलों में आता है, लेकिन अब तक बड़ी पुलिस कार्रवाई नहीं हुई। यदि प्रशासन इस इलाके में सख्त कदम उठाए, तो चोरी के कई मामलों का खुलासा हो सकता है और अपराध पर अंकुश लगाया जा सकता है। फिलहाल, पीड़ित रवि लोधी अपनी टूटी हुई बाइक को ठीक कराने में जुटे हैं, लेकिन यह सवाल बना हुआ है कि आखिर कब तक अपराधी बेखौफ रहेंगे और प्रशासन कब जागेगा? आरंग में बाइक चोरी का बढ़ता आतंक: कबाड़ में बेची जा रही चोरी की गाड़ियां