भारत-चीन वार्ता: अजीत डोभाल और वांग यी के बीच टेलीफोन पर चर्चा, युद्ध नहीं शांति की ओर भारत
📞 अजीत डोभाल और वांग यी के बीच टेलीफोनिक बातचीत
भारत के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल और चीन के वरिष्ठ नेता वांग यी के बीच शनिवार को अहम बातचीत हुई। यह बातचीत ऐसे समय पर हुई जब भारत और पाकिस्तान के बीच सीजफायर का उल्लंघन हुआ और सीमा पर तनाव की स्थिति बनी रही।अजीत डोभाल और वांग यी के बीच टेलीफोन पर चर्चा
🗣️ आतंकवाद पर डोभाल का कड़ा रुख
डोभाल ने स्पष्ट किया कि पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद आतंकवाद के खिलाफ कड़ी कार्रवाई जरूरी है। उन्होंने जोर दिया कि भारत युद्ध नहीं चाहता, क्योंकि यह किसी भी पक्ष के हित में नहीं है। भारत का उद्देश्य शांति और स्थिरता बनाए रखना है।अजीत डोभाल और वांग यी के बीच टेलीफोन पर चर्चा
🇨🇳 चीन ने दी आतंकवाद के खिलाफ समर्थन की पुष्टि
चीन के वरिष्ठ अधिकारी वांग यी ने पहलगाम हमले की निंदा की और कहा कि चीन आतंकवाद के हर रूप का विरोध करता है। उन्होंने माना कि अंतरराष्ट्रीय हालात पहले से ज्यादा जटिल हैं और एशिया में शांति की आवश्यकता पहले से कहीं अधिक है।अजीत डोभाल और वांग यी के बीच टेलीफोन पर चर्चा
🌐 चीन ने बातचीत के ज़रिए समाधान का किया समर्थन
वांग यी ने कहा कि भारत और पाकिस्तान दोनों चीन के पड़ोसी हैं और उनके बीच शांति पूरे क्षेत्र के लिए आवश्यक है। उन्होंने डोभाल के इस बयान की सराहना की कि भारत युद्ध नहीं चाहता और आशा जताई कि दोनों देश संयम और संवाद के ज़रिए समाधान तलाशेंगे।अजीत डोभाल और वांग यी के बीच टेलीफोन पर चर्चा
🛑 युद्धविराम के बाद भी तनाव बरकरार
हालांकि भारत और पाकिस्तान के बीच शनिवार शाम को सीजफायर की घोषणा हुई थी, लेकिन कुछ ही घंटों में पाकिस्तान ने इसका उल्लंघन कर फिर से जम्मू-कश्मीर में ड्रोन हमले किए। इसके जवाब में भारतीय सेना ने भी जवाबी कार्रवाई शुरू कर दी है।अजीत डोभाल और वांग यी के बीच टेलीफोन पर चर्चा
भारत की प्राथमिकता शांति, पर आतंक के खिलाफ जीरो टॉलरेंस
भारत ने फिर स्पष्ट किया है कि शांति उसका उद्देश्य है, लेकिन यदि कोई देश या संगठन आतंक का सहारा लेता है, तो उसका जवाब सख्ती से दिया जाएगा। भारत-चीन संवाद में भी यही संदेश सामने आया।अजीत डोभाल और वांग यी के बीच टेलीफोन पर चर्चा