रायपुर: छत्तीसगढ़ के बहुचर्चित कोयला घोटाला मामले में प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने बड़ी कार्रवाई करते हुए जेल में बंद पूर्व मुख्यमंत्री की उप सचिव सौम्या चौरसिया की 50 से ज्यादा संपत्तियों को अटैच किया है। इनमें रियल एस्टेट, बैंकों में जमा राशि, और अन्य चल-अचल संपत्तियां शामिल हैं। भिलाई स्थित सूर्या अपार्टमेंट में उनके घर पर भी अटैचमेंट का नोटिस चस्पा कर दिया गया है। जेल में बंद पूर्व CM की उप सचिव सौम्या चौरसिया की बढ़ीं मुश्किलें: ED ने 50 से ज्यादा संपत्तियां की अटैच, भिलाई स्थित घर पर लगा नोटिस
16 महीने से जेल में बंद हैं सौम्या चौरसिया
सौम्या चौरसिया पिछले 16 महीने से कोयला लेवी भ्रष्टाचार मामले में जेल में बंद हैं। उन्हें 540 करोड़ रुपए के अवैध लेवी वसूली के मामले में गिरफ्तार किया गया था। ED ने मनी लॉन्ड्रिंग की जांच के तहत यह संपत्तियां अटैच की हैं, जिन्हें बेनामी संपत्तियां बताया गया है।जेल में बंद पूर्व CM की उप सचिव सौम्या चौरसिया की बढ़ीं मुश्किलें
कोयला घोटाला और अवैध वसूली का मामला
इस घोटाले में आरोप है कि कोयला परिवहन में अवैध वसूली के लिए नियमों में बदलाव किया गया था, जिससे प्राप्त धन का उपयोग विभिन्न संपत्तियों को खरीदने में किया गया। ED की जांच में कई बेनामी संपत्तियों का पता चला, जिन्हें सौम्या चौरसिया ने कथित तौर पर अपने नाम पर या किसी अन्य व्यक्ति के नाम पर अर्जित किया था।जेल में बंद पूर्व CM की उप सचिव सौम्या चौरसिया की बढ़ीं मुश्किलें
कई प्रमुख हस्तियां भी शामिल
इस मामले में सौम्या चौरसिया के अलावा, सूर्यकांत तिवारी, कोल वॉशरी संचालक सुनील अग्रवाल, और आईएएस अधिकारी समीर बिश्नोई तथा रानू साहू भी शामिल हैं। सभी आरोपियों को अलग-अलग तारीखों पर गिरफ्तार किया गया था।जेल में बंद पूर्व CM की उप सचिव सौम्या चौरसिया की बढ़ीं मुश्किलें
जमानत रद्द होने से बढ़ीं परेशानियां
सौम्या चौरसिया की मुश्किलें तब और बढ़ गईं जब उनकी जमानत याचिका रद्द कर दी गई। इसके बाद, ED ने तेजी से कार्रवाई करते हुए उनकी 50 से अधिक संपत्तियों को अटैच कर दिया। इनमें उनका भिलाई स्थित सूर्या अपार्टमेंट का मकान भी शामिल है, जहां ईडी ने अटैचमेंट का नोटिस भी लगा दिया है।जेल में बंद पूर्व CM की उप सचिव सौम्या चौरसिया की बढ़ीं मुश्किलें
कोयला घोटाले में 540 करोड़ की अवैध उगाही
ED की जांच के अनुसार, इस घोटाले के तहत लगभग 540 करोड़ रुपए की अवैध वसूली की गई थी। इसके बाद मनी लॉन्ड्रिंग का केस दर्ज किया गया और जांच के बाद अब तक कई आरोपियों की संपत्तियां अटैच की जा चुकी हैं।जेल में बंद पूर्व CM की उप सचिव सौम्या चौरसिया की बढ़ीं मुश्किलें