रायपुर : राजधानी रायपुर में पत्रकारिता की स्वतंत्रता पर एक बार फिर गंभीर हमला हुआ है। दिनदहाड़े एक पत्रकार का कलेक्टर ऑफिस परिसर के पास से अपहरण का प्रयास किया गया। इस घटना ने शहर में सनसनी फैला दी है जिससे पत्रकारों के बीच रोष उत्पन्न कर दिया है। राजधानी रायपुर में दिनदहाड़े पत्रकार का अपहरण का प्रयास: गुंडों की बढ़ती गुंडागर्दी
स्टेट गैरेज की जानकारी मांगने पर भड़के गुंडे
इंडिया वाइस नेशनल न्यूज़ चैनल के स्टेट हेड मनोज शुक्ला ने अपने मोबाइल नंबर 8962780000 से स्टेट गैरेज (मो. 9826656485) पर कॉल करके एक वाहन (CG-02-AU-1304) की जानकारी मांगी। सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार, यह वाहन राजातालाब में फहीम और सोराब नामक निजी व्यक्तियों द्वारा उपयोग किया जा रहा था। स्टेट गैरेज से जवाब मिला कि यह वाहन सीएम हाउस को आवंटित है। फोन के तुरंत बाद, उस वाहन को राजातालाब से हटा दिया गया।
कलेक्टर ऑफिस के पास अपहरण की घटना
अगले दिन, मनोज शुक्ला और उनके साथी अफरोज ख्वाजा का बाइक नंबर CG-04-PJ-2944 से पीछा किया गया। कलेक्टर ऑफिस परिसर के पास सोराब और उसका साथी खुर्शीद उर्फ सोनू ने मोटरसाइकिल से आकर उनकी गाड़ी की चाबी निकाल ली और गाली-गलौज करने लगे। सोराब ने फोन करके और गुंडों को बुला लिया, जो चार पहिया वाहन (CG-04-MS-6401) से आए थे। गुंडों ने मनोज शुक्ला को जबरन अपनी गाड़ी में डाल दिया और अफरोज ख्वाजा को भी गाड़ी में डालने की कोशिश की।
पत्रकारों की मुस्तैदी से टली बड़ी अनहोनी
घटना को राह चलते कुछ पत्रकारों ने देखा और हस्तक्षेप किया, जिसके बाद सोराब और उसके साथी मौके से भागने लगे। इस दौरान, सोराब ने न सिर्फ पत्रकारों बल्कि पुलिस प्रशासन को भी भद्दी-भद्दी गालियां दीं और उन्हें धमकाया। एक महिला पत्रकार के साथ भी बदतमीजी की गई।
पुलिस से कड़ी कार्रवाई की मांग
घटना की सूचना सिविल लाइंस थाने को दी गई, जिसके बाद पुलिस सोराब को थाने ले आई। पूरे घटनाक्रम से पत्रकारों में गहरा आक्रोश है और उन्होंने रायपुर के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक से इस मामले में कड़ी कार्रवाई की मांग की है। इस घटना की शिकायत सिविल लाइंस थाने में दर्ज की गई है, और अब सभी की नजरें पुलिस प्रशासन पर हैं कि वे इस मामले में क्या कार्रवाई करते हैं।
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