भ्रष्ट गठजोड़ का शिकार हुए पत्रकार मुकेश चंद्राकर, छत्तीसगढ़िया पत्रकार महासंघ ने दी श्रद्धांजलि
छत्तीसगढ़ के बीजापुर में दिवंगत पत्रकार मुकेश चंद्राकर की निर्मम हत्या के बाद पूरे प्रदेश में पत्रकारों के बीच आक्रोश बढ़ता जा रहा है। रायपुर में छत्तीसगढ़िया पत्रकार महासंघ ने उन्हें श्रद्धांजलि दी और उनकी हत्या की कड़ी निंदा करते हुए पत्रकार सुरक्षा कानून लागू करने की मांग उठाई।भ्रष्ट गठजोड़ का शिकार हुए पत्रकार मुकेश चंद्राकर
पत्रकार मुकेश चंद्राकर को श्रद्धांजलि और विचार गोष्ठी का आयोजन
रायपुर में छत्तीसगढ़िया पत्रकार महासंघ द्वारा आयोजित श्रद्धांजलि सभा में पत्रकारों की सुरक्षा और उनके अधिकारों को लेकर गहन चर्चा हुई।भ्रष्ट गठजोड़ का शिकार हुए पत्रकार मुकेश चंद्राकर
- स्थान: कार्यालय छत्तीसगढ़िया पत्रकार महासंघ रायपुर ।
- मुद्दे:
- पत्रकारों की सुरक्षा के लिए ठोस कानून की आवश्यकता।
- झूठे केस और हमलों से पत्रकारों को बचाने के उपाय।
- हत्याकांड में SIT की निष्पक्ष जांच।
SIT में निष्पक्ष अधिकारियों की नियुक्ति की मांग
छत्तीसगढ़िया पत्रकार महासंघ के विधिक व कानून मंत्री डॉ. ताराचंद चंद्राकर ने कहा:
- बस्तर संभाग में तैनात किसी अधिकारी को जांच में शामिल न किया जाए।
- SIT में बेदाग छवि वाले पुलिस अधिकारियों को शामिल किया जाए।
- पत्रकारों की हत्या के मामलों में तत्काल और निष्पक्ष कार्रवाई हो।
पत्रकार सुरक्षा कानून की जरूरत
श्रद्धांजलि सभा में वरिष्ठ पत्रकारों ने कहा कि पत्रकारों पर हो रहे हमले लोकतंत्र पर सीधा हमला है।भ्रष्ट गठजोड़ का शिकार हुए पत्रकार मुकेश चंद्राकर
- उन्होंने राज्य और केंद्र सरकार से मीडियाकर्मी सुरक्षा कानून को जल्द से जल्द लागू करने की मांग की।
- यह कानून पत्रकारों को झूठे मामलों और हिंसा से बचाने में मददगार साबित होगा।
बप्पी राय केस का उल्लेख
सभा में सुकमा जिले के कोंटा में बप्पी राय और 3 अन्य पत्रकारों के खिलाफ झूठे केस का भी जिक्र किया गया।भ्रष्ट गठजोड़ का शिकार हुए पत्रकार मुकेश चंद्राकर
- आरोप: रेत ठेकेदारों और थानेदार ने षड्यंत्र के तहत पत्रकारों को फर्जी गांजा परिवहन के मामले में फंसाया।
- स्थिति: आरोपी थानेदार को जल्दी जमानत मिल गई, जबकि पत्रकार अब तक कोर्ट से राहत की प्रतीक्षा कर रहे हैं।
- मांग: राज्य सरकार इस मामले में आंध्र प्रदेश सरकार से बातचीत करके केस ख़ारिज करवाए।
वरिष्ठ पत्रकारों ने रखी अपनी राय
सभा में शामिल वरिष्ठ पत्रकारों ने पत्रकारों की सुरक्षा पर चिंता व्यक्त की।भ्रष्ट गठजोड़ का शिकार हुए पत्रकार मुकेश चंद्राकर
- अशोक कुमार साहू, टूकेश्वर लोधी, नवीन देवांगन, डॉ. योगेश वैष्णव, और अन्य पत्रकारों ने सरकार और नागरिक समाज से अपील की कि वे पत्रकारों के साथ खड़े हों।
- उन्होंने कहा कि लोकतंत्र में पत्रकारिता को सुरक्षित और स्वतंत्र रखना सरकार की प्राथमिक जिम्मेदारी है।
श्रद्धांजलि सभा में उठाए गए प्रमुख मुद्दे
- पत्रकार मुकेश चंद्राकर की हत्या की उच्च स्तरीय जांच।
- झूठे केसों में फंसाए गए पत्रकारों को न्याय।
- मीडियाकर्मी सुरक्षा कानून का शीघ्र क्रियान्वयन।
पत्रकारों के लिए सुरक्षा और न्याय की मांग
मुकेश चंद्राकर की निर्मम हत्या ने पत्रकारों की सुरक्षा और न्याय के प्रति प्रशासन की गंभीरता पर सवाल खड़े किए हैं। छत्तीसगढ़ में पत्रकारों ने एकजुट होकर सरकार से मांग की है कि वे निष्पक्ष जांच, सुरक्षा कानून, और पत्रकारों के अधिकारों के लिए ठोस कदम उठाएं।भ्रष्ट गठजोड़ का शिकार हुए पत्रकार मुकेश चंद्राकर