- केजेएसएल धतूरा वाशरी: तीन साल बाद भी स्कूल परिसर में बाउंड्रीवाल निर्माण अधूरा, असामाजिक तत्वों का अड्डा बना स्कूल
- धतूरा के जनप्रतिनिधियों ने जताई नाराजगी, वाशरी प्रबंधन पर ग्रामीणों की उपेक्षा का आरोप
तीन साल बाद भी अधूरा बाउंड्रीवाल निर्माण
कोरबा के हरदीबाजार क्षेत्र में स्थित धतूरा गांव के प्राथमिक एवं माध्यमिक शाला परिसर में बाउंड्रीवाल निर्माण का कार्य केजेएसएल वाशरी द्वारा तीन साल बाद भी पूरा नहीं किया गया। यह निर्माण जनवरी 2021 में तात्कालीन विधायक एवं राज्यमंत्री पुरुषोत्तम कंवर द्वारा भूमिपूजन के साथ शुरू होना था। लेकिन अब तक निर्माण न होने से ग्रामवासियों में गहरी नाराजगी है।तीन साल बाद भी स्कूल परिसर में बाउंड्रीवाल निर्माण अधूरा.
असामाजिक तत्वों और आवारा मवेशियों का अड्डा
स्कूल परिसर में बाउंड्रीवाल न होने के कारण शाम ढलते ही यह स्थान असामाजिक तत्वों का अड्डा बन जाता है। शराबी यहां बैठकर शराब पीते हैं और खाली बोतलें एवं कचरा परिसर में छोड़ देते हैं। इसके अलावा, स्कूल संसाधनों की सुरक्षा भी खतरे में है। बोरवेल और पानी की टंकी (सिंटेक्स) में तोड़फोड़ की घटनाएं हो चुकी हैं।
आवारा मवेशियों का जमावड़ा भी परिसर में रहता है, जिससे पौधारोपण के तहत लगाए गए पौधे नष्ट हो रहे हैं।तीन साल बाद भी स्कूल परिसर में बाउंड्रीवाल निर्माण अधूरा.
स्कूल परिसर में कई सुविधाओं का अभाव
धतूरा के प्राथमिक और माध्यमिक शाला परिसर में आंगनबाड़ी केंद्र, पंचायत कार्यालय भवन और शासकीय उचित मूल्य की दुकान एक ही स्थान पर संचालित हो रहे हैं। बाउंड्रीवाल न होने से न केवल छात्र-छात्राओं की सुरक्षा प्रभावित हो रही है, बल्कि विद्यालय का वातावरण भी खराब हो रहा है।तीन साल बाद भी स्कूल परिसर में बाउंड्रीवाल निर्माण अधूरा.
जनप्रतिनिधियों की शिकायत और मांग
ग्राम पंचायत के प्रतिनिधियों ने बताया कि बाउंड्रीवाल निर्माण के लिए कई बार केजेएसएल वाशरी प्रबंधन से संपर्क किया गया, लेकिन अब तक कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया। ग्रामवासियों का आरोप है कि कंपनी अपने व्यावसायिक लाभ पर ध्यान दे रही है और ग्रामीणों को विकास के नाम पर झूठे वादे कर रही है।तीन साल बाद भी स्कूल परिसर में बाउंड्रीवाल निर्माण अधूरा.
कलेक्टर से की जाएगी शिकायत
पंचायत प्रतिनिधियों ने कहा है कि वे इस मुद्दे को लेकर कलेक्टर से शिकायत करेंगे और बाउंड्री वॉल निर्माण के लिए मांग करेंगे।तीन साल बाद भी स्कूल परिसर में बाउंड्रीवाल निर्माण अधूरा