राजनांदगांव l एक दर्दनाक घटना में, छत्तीसगढ़ के राजनांदगांव जिले के एक गांव में आकाशीय बिजली गिरने से आठ लोगों की मौत हो गई, जिनमें छह स्कूली बच्चे शामिल हैं। यह घटना उस समय हुई जब स्कूल के बच्चे भोजन अवकाश के दौरान खेल रहे थे और अचानक बारिश शुरू हो गई। बारिश से बचने के लिए बच्चे और कुछ अन्य लोग एक खंडहर नुमा मकान में शरण लेने गए, तभी आसमान से गिरी आकाशीय बिजली ने आठ जिंदगियों को छीन लिया।आकाशीय बिजली का कहर: छत्तीसगढ़ के स्कूल में आठ की दर्दनाक मौत, छह बच्चे शामिल
स्कूल के बच्चे खेल रहे थे मैदान में, अचानक हुई त्रासदी
मिली जानकारी के मुताबिक, सरकारी स्कूल के बच्चे मैदान में खेल रहे थे, तभी अचानक बारिश होने लगी। बारिश से बचने के लिए बच्चों ने एक पुराने खंडहर नुमा मकान में शरण ली। इसी दौरान वहां आकाशीय बिजली गिर गई, जिससे छह बच्चों और दो पुरुषों की मौत हो गई। एक व्यक्ति गंभीर रूप से घायल हुआ, जिसे इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया है। इस घटना के बाद से पूरे इलाके में मातम छा गया है।आकाशीय बिजली का कहर
मुख्यमंत्री और प्रशासन ने जताया दुख, त्वरित सहायता की घोषणा
#WATCH रायपुर: छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने राजनांदगांव में आकाशीय बिजली गिरने से 8 लोगों की मौत पर कहा, “सब कुछ हमारे संज्ञान में है और सरकार इस पर तत्काल कार्रवाई कर रही है… 8 मृतकों में स्कूली बच्चे भी शामिल हैं। हमारे अधिकारी तुरंत वहां पहुंच गए हैं और तत्काल… pic.twitter.com/tSRGvTd9T9
— ANI_HindiNews (@AHindinews) September 23, 2024
छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री विष्णु देव साय और विधानसभा अध्यक्ष डॉ. रमन सिंह ने इस घटना पर गहरा शोक व्यक्त किया है। मुख्यमंत्री ने कहा कि सरकार इस मामले पर तत्परता से कार्रवाई कर रही है। उन्होंने मृतकों के परिजनों को तत्काल राहत राशि प्रदान करने के निर्देश दिए। आरबीसी 6-4 के तहत मृतकों के परिवारों को चार-चार लाख रुपये की आर्थिक सहायता की घोषणा की गई है।आकाशीय बिजली का कहर
प्रशासनिक अधिकारी मौके पर पहुंचे
घटना की जानकारी मिलते ही राजनांदगांव के आईजी दीपक झा, कलेक्टर संजय अग्रवाल, और पुलिस अधीक्षक मोहित गर्ग तुरंत मौके पर पहुंचे और स्थिति का जायजा लिया। पुलिस अधीक्षक मोहित गर्ग ने घटना की पुष्टि करते हुए कहा कि कुछ स्कूली बच्चों समेत आठ लोगों की जान चली गई है और एक व्यक्ति घायल है, जिसे इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया है।आकाशीय बिजली का कहर
आकाशीय बिजली से बचाव के उपायों पर जागरूकता की कमी
यह दुखद घटना आकाशीय बिजली से होने वाले खतरों के प्रति जागरूकता की कमी को उजागर करती है। ग्रामीण इलाकों में अक्सर ऐसी घटनाएं देखने को मिलती हैं, जहां आकाशीय बिजली की चपेट में आने से लोगों की जान चली जाती है। सरकार और प्रशासन को ऐसे मामलों में जागरूकता बढ़ाने की दिशा में कदम उठाने की आवश्यकता है, ताकि भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोका जा सके।आकाशीय बिजली का कहर