बलरामपुर में फर्जी दस्तावेजों से लोन निकालने वाले गिरफ्तार
बलरामपुर: छत्तीसगढ़ के बलरामपुर जिले में एक बड़े फर्जीवाड़े का खुलासा हुआ है, जिसमें मृत व्यक्ति के नाम पर लोन लेकर जमीन गिरवी रखी गई। यह घटना उदयपुर थाना क्षेत्र के ग्राम खुटिया की है, जहां रामअवतार नामक व्यक्ति की पैतृक संपत्ति पर फर्जी दस्तावेजों के आधार पर 2.18 लाख रुपये का केसीसी लोन लिया गया था।
फर्जीवाड़े का खुलासा और आरोपियों की गिरफ्तारी
रामअवतार को 2019-20 में अपने पिता रामचरण के नाम पर लोन लेने की जानकारी तब मिली, जब उन्होंने जमीन से संबंधित दस्तावेज (बी-वन) निकाले। चौंकाने वाली बात यह थी कि उनके पिता की मृत्यु 2008 में हो चुकी थी, लेकिन लोन 2014 में लिया गया था। मामले की जांच में पाया गया कि बलराम निवासी मुटकी, उदयपुर ने दरोगा दास और सीताराम कवर की सहायता से फर्जी दस्तावेज तैयार कर रामचरण के नाम पर बैंक से लोन लिया था।
जालसाजी का नेटवर्क और पुलिस कार्रवाई
फर्जीवाड़े के इस मामले में दरोगा दास और सीताराम कवर को गिरफ्तार कर लिया गया है। पूछताछ में पता चला कि बलराम बसोर ने कमीशन के लालच में प्रार्थी के मृतक पिता की जगह खुद को खड़ा कर फर्जी रूप से खाता खुलवाया और केसीसी लोन निकाला। दरोगा दास को इस अपराध के बदले 20 हजार रुपये और सीताराम को 5 हजार रुपये का कमीशन मिला था। पुलिस अन्य आरोपियों की तलाश कर रही है।
संबंधित अधिकारी और कार्रवाई
इस मामले में थाना प्रभारी लखनपुर निरीक्षक अश्वनी सिंह, प्रधान आरक्षक रवि सिंह, आरक्षक दशरथ राजवाड़े, जानकी राजवाड़े, और अमरेश दास की टीम ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। मामले की जांच जारी है और दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जा रही है।