महाशिवरात्रि 2025: हिंदू धर्म में महाशिवरात्रि और सावन सोमवार भगवान शिव की पूजा के लिए सबसे खास माने जाते हैं। इस साल 26 फरवरी को महाशिवरात्रि का पर्व मनाया जाएगा। भक्त इस दिन उपवास, अभिषेक और पूजा-पाठ करके भगवान शिव को प्रसन्न करते हैं।
ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, कुछ राशियां ऐसी होती हैं जिन पर महादेव की विशेष कृपा बनी रहती है। इन राशियों के जातकों को जीवन में आने वाली कठिनाइयों से भगवान शिव का आशीर्वाद जल्दी ही बाहर निकाल देता है। आइए जानते हैं वे 5 राशियां, जो भगवान शिव को बेहद प्रिय हैं। भगवान शिव की इन 5 राशियों पर रहती है विशेष कृपा, जानें क्या है वजह
1. मेष राशि (Aries)
- मेष राशि के स्वामी मंगल ग्रह हैं, जिन पर हनुमान जी की विशेष कृपा होती है।
- हनुमान जी को भगवान शिव का ही अवतार माना जाता है, इसलिए मेष राशि के जातक शिव जी के प्रिय होते हैं।
- महादेव की कृपा से इनके अटके हुए कार्य भी आसानी से पूरे हो जाते हैं और करियर-व्यापार में सफलता मिलती है।
2. कर्क राशि (Cancer)
- कर्क राशि के स्वामी चंद्रमा हैं, जिन्हें भगवान शिव ने अपने मस्तक पर धारण किया हुआ है।
- इस वजह से कर्क राशि के लोग भोलेनाथ के बेहद प्रिय माने जाते हैं।
- इस राशि के लोग धैर्यवान, सहनशील और हंसमुख होते हैं, जिससे वे किसी भी कठिनाई का डटकर सामना करते हैं।
3. तुला राशि (Libra)
- तुला राशि के स्वामी शुक्र ग्रह हैं और शुक्र ग्रह को भगवान शिव का आशीर्वाद प्राप्त होता है।
- इस राशि के लोग आकर्षक व्यक्तित्व के मालिक होते हैं और इनके जीवन में धन-संपत्ति की कमी नहीं रहती।
- शिव कृपा के चलते इनके जीवन में सुख-समृद्धि बनी रहती है।
4. मकर राशि (Capricorn)
- मकर राशि के स्वामी शनि देव हैं और शनि देव भगवान शिव के अनन्य भक्त हैं।
- जो लोग शिव जी की उपासना करते हैं, उन पर शनि देव का प्रभाव कम होता है और उनके जीवन में बड़ी कठिनाइयां नहीं आतीं।
- इस राशि के लोग दृढ़ निश्चयी और मेहनती होते हैं, और शिव कृपा से इन्हें हमेशा सफलता मिलती है।
5. कुंभ राशि (Aquarius)
- कुंभ राशि के स्वामी भी शनि देव हैं और इस राशि के जातक भी शिव जी के प्रिय माने जाते हैं।
- इस राशि के लोग ईमानदार, सत्यनिष्ठ और दूसरों की भलाई करने वाले होते हैं।
- भगवान शिव के आशीर्वाद से इन्हें मान-सम्मान, सुख-समृद्धि और सफलता की प्राप्ति होती है। भगवान शिव की इन 5 राशियों पर रहती है विशेष कृपा, जानें क्या है वजह