महासमुंद: जिले के ग्राम भावा में सरपंच और सचिव पर सरकारी खजाने के दुरुपयोग और भ्रष्टाचार के गंभीर आरोप लगे हैं। ग्रामीणों का कहना है कि पिछले 5 सालों में करोड़ों रुपये का फर्जी आहरण किया गया। सूचना के अधिकार (RTI) के तहत सामने आए खुलासे के बाद ग्रामीणों ने जिला कलेक्टर और जिला पंचायत सीईओ से निष्पक्ष जांच की मांग की है। महासमुंद: सरपंच-सचिव पर भ्रष्टाचार का आरोप, 5 साल में करोड़ों का फर्जी आहरण, ग्रामीणों ने कलेक्टर से की शिकायत
ग्राम विकास की राशि में भ्रष्टाचार का बड़ा खुलासा
ग्रामीणों ने बताया कि सरकारी योजनाओं के तहत आई विकास राशि को सरपंच विमला साहू और उनके पति लखन साहू ने मिलकर हड़प लिया। RTI से मिली जानकारी के अनुसार:
- ग्राम स्वच्छता योजना: 9-10 लाख रुपये का आहरण किया गया, लेकिन झाड़ू तक नहीं खरीदी गई।
- नल-जल योजना: लाखों रुपये खर्च दिखाए गए, लेकिन धरातल पर कोई काम नहीं हुआ।
- मनरेगा घोटाला: सरपंच पति ने अपने परिवार के नाम पर लाखों रुपये का फर्जी आहरण किया। महासमुंद: सरपंच-सचिव पर भ्रष्टाचार का आरोप, 5 साल में करोड़ों का फर्जी आहरण, ग्रामीणों ने कलेक्टर से की शिकायत
2019 से 2024 तक करोड़ों का फर्जी आहरण
ग्रामीणों ने आरोप लगाया कि वर्ष 2019 से 2024 के बीच सरपंच विमला साहू के पति लखन साहू ने करीब 80-90 लाख रुपये का गबन किया है। ग्राम विकास कार्यों के नाम पर योजनाओं का पैसा निकालकर निजी उपयोग में लगाया गया। महासमुंद: सरपंच-सचिव पर भ्रष्टाचार का आरोप, 5 साल में करोड़ों का फर्जी आहरण, ग्रामीणों ने कलेक्टर से की शिकायत
ग्रामीणों की कलेक्टर और जिला पंचायत सीईओ से शिकायत
सैकड़ों ग्रामीणों ने जिला कलेक्टर और जिला पंचायत सीईओ से शिकायत दर्ज कराई है। ग्रामीणों ने मांग की है कि मामले की निष्पक्ष जांच हो और दोषियों पर कड़ी कार्रवाई की जाए। ग्रामीणों का कहना है कि भ्रष्टाचार की वजह से गांव के विकास कार्य ठप पड़े हैं। महासमुंद: सरपंच-सचिव पर भ्रष्टाचार का आरोप, 5 साल में करोड़ों का फर्जी आहरण, ग्रामीणों ने कलेक्टर से की शिकायत