बिलासपुर, छत्तीसगढ़। जिला सहकारी केंद्रीय बैंक में किसानों के खातों से लाखों रुपये की हेराफेरी का मामला सामने आया है। जांच में 9 कर्मचारियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की गई है, जिसमें दो कर्मचारियों को बर्खास्त भी किया गया है। बिलासपुर: सहकारी बैंक में लाखों की हेराफेरी, 9 कर्मचारियों पर कार्रवाई
हेराफेरी की जानकारी कैसे मिली?
नेहरू चौक शाखा के खातेदार रामकुमार कौशिक ने शिकायत की थी कि उनके बचत खाते से एटीएम के जरिए 5,57,000 रुपये की अवैध निकासी की गई थी। पुलिस जांच में शिकायत की पुष्टि होते ही बैंक ने इस राशि को ब्याज सहित वसूलने का निर्णय लिया और सहकारी सोसायटी अधिनियम 1960 की धारा 64/84 के तहत वाद दायर किया। बिलासपुर: सहकारी बैंक में लाखों की हेराफेरी, 9 कर्मचारियों पर कार्रवाई
कर्मचारियों पर हुई कार्रवाई
जांच में पाया गया कि कर्मचारियों द्वारा गड़बड़ी की गई थी। जूनियर क्लर्क हर्षिता पांडेय और धर्मेंद्र साहू को नौकरी से बर्खास्त किया गया, जबकि रुचि पांडेय और अनामिका साव को निम्न वेतनमान में पदावनत किया गया। अनुपमा तिवारी और अशोक कुमार पटेल की दो वेतन वृद्धि रोक दी गई।
- हर्षिता पांडेय: खातों से अनधिकृत निकासी की पुष्टि
- धर्मेंद्र साहू: भर्ती के समय छत्तीसगढ़ निवासी प्रमाण पत्र की अनियमितता
- रुचि पांडेय: बीजीएल खाते से 1,43,988 रुपये अपने खाते में ट्रांसफर किए
- अनामिका साव और अनुपमा तिवारी: गबन में योगदान
- अशोक कुमार पटेल: छोटे रकबे वाले किसानों के लिए अधिक रकबा दर्शाकर निकासी की
बैंक ने उठाए कड़े कदम
बैंक ने इन सभी मामलों में जांच रिपोर्ट और साक्ष्यों के आधार पर दोषियों पर कड़ी कार्रवाई की है। इसके साथ ही बैंक ने न्यायालय में मामले दर्ज करने का निर्णय लिया और भविष्य में इस तरह की अनियमितताओं को रोकने के लिए सख्त कदम उठाने की बात की है। बिलासपुर: सहकारी बैंक में लाखों की हेराफेरी, 9 कर्मचारियों पर कार्रवाई