कोरबा/पाली: छत्तीसगढ़ शासन द्वारा ग्रामीण विकास और ग्राम पंचायतों में बुनियादी सुविधाओं के लिए जारी की गई राशि का दुरुपयोग कर पंचायत के पदाधिकारी खुलेआम भ्रष्टाचार कर रहे हैं। रतखंडी पंचायत में पंचायत के सरपंच और सचिव ने सरकारी पैसे का बंदरबांट करते हुए ग्रामीण विकास के नाम पर अपनी निजी स्वार्थ साधे। इस पंचायत के विकास का जो दावा कागजों में किया गया है, वह धरातल पर पूरी तरह से विफल साबित हुआ है। रतखंडी पंचायत में शासकीय राशि का दुरुपयोग: अनुपयोगी डबरी में लाखों के दो पचरी निर्माण
शासकीय राशि का मनमाना दुरुपयोग
पाली जनपद पंचायत के अंतर्गत स्थित रतखंडी पंचायत में सरपंच और सचिव ने 14वें और 15वें वित्त आयोग की राशि का मनमाफिक तरीके से दुरुपयोग किया है। यहां के भोले-भाले ग्रामीणों ने 2020-21 के त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव में बाबूलाल सोनवानी पर विश्वास किया था, लेकिन सरपंच बनने के बाद बाबूलाल ने गांव के विकास के बजाय अपनी निजी सुविधा को प्राथमिकता दी। रतखंडी पंचायत में शासकीय राशि का दुरुपयोग: अनुपयोगी डबरी में लाखों के दो पचरी निर्माण
अनुपयोगी डबरी में पचरी निर्माण
रतखंडी पंचायत के पहाड़जमड़ी गांव में गौठान के पास एक अनुपयोगी डबरी में लाखों रुपये खर्च कर दो पचरी का निर्माण कराया गया है। यह डबरी ग्रामीणों के किसी काम की नहीं है और बरसात का पानी जल्द ही सूख जाता है। इस अनुपयोगी स्थान पर पचरी निर्माण के लिए लाखों रुपये खर्च करना सीधे तौर पर सरकारी राशि का दुरुपयोग साबित करता है। यह सवाल उठता है कि कैसे संबंधित अधिकारियों ने इस निर्माण कार्य की स्वीकृति दी? रतखंडी पंचायत में शासकीय राशि का दुरुपयोग: अनुपयोगी डबरी में लाखों के दो पचरी निर्माण
जनता का सवाल: क्या होगा विकास?
ग्रामीणों ने इस भ्रष्टाचार को लेकर सरपंच से विरोध किया था, लेकिन उनकी एक नहीं सुनी गई। इस तरह के भ्रष्टाचार और सरकारी राशि के दुरुपयोग से क्या रतखंडी पंचायत का असल विकास संभव हो पाएगा? यह सवाल अब ग्रामीणों के साथ-साथ प्रशासन से भी पूछा जा रहा है। रतखंडी पंचायत में शासकीय राशि का दुरुपयोग: अनुपयोगी डबरी में लाखों के दो पचरी निर्माण