दौसा (राजस्थान): लालसोट विधानसभा से भाजपा विधायक राम बिलास मीणा ने जनसुनवाई के दौरान वन विभाग के रेंजर पर ग्रामीणों के खिलाफ झूठे मुकदमे दर्ज करने का आरोप लगाते हुए कड़ी फटकार लगाई। उन्होंने विभाग से मुकदमे वापस लेने की मांग की और चेतावनी दी कि अगर ऐसा नहीं किया गया, तो संबंधित अधिकारी का विदाई समारोह कर दिया जाएगा। विधायक ने वन अधिकारी को लगाई फटकार, ग्रामीणों पर झूठे मुकदमे दर्ज करने का आरोप
क्या है मामला?
- ग्रामीणों पर मुकदमा:
रेंजर राधेश्याम रैगर ने सरकारी काम में बाधा डालने और अन्य आरोपों के तहत सात-आठ ग्रामीणों पर दो मुकदमे दर्ज किए थे।- ग्रामीणों का कहना है कि उन्होंने अपने खेत और सड़क के बीच गड्ढों को भरने के दौरान कुछ पेड़ हटाए थे।
- ग्रामीणों ने पेड़ फिर से लगाने का आश्वासन भी दिया था, इसके बावजूद विभाग ने मामले दर्ज किए।
- विधायक का गुस्सा:
विधायक ने जनसुनवाई के दौरान वन विभाग के अधिकारियों से पूछा कि गरीब ग्रामीणों पर बार-बार मुकदमे दर्ज कराना कौन सी नीति है।- विधायक ने चेतावनी दी, “अगर मुकदमे वापस नहीं हुए, तो मैं खुद कार्यालय आकर संबंधित अधिकारी को विदा कर दूंगा।”
वन विभाग की सफाई:
दौसा के उप वन संरक्षक अचित उचोई ने कहा,
- “मुकदमे वीडियो सबूतों के आधार पर दर्ज किए गए हैं। अगर जांच में झूठा मामला साबित हुआ, तो पुलिस एफआर लगा देगी।”
- उन्होंने यह भी कहा कि मुकदमा दर्ज होने के बाद वन विभाग का इसमें कोई हस्तक्षेप नहीं रहता। विधायक ने वन अधिकारी को लगाई फटकार, ग्रामीणों पर झूठे मुकदमे दर्ज करने का आरोप
ग्रामीणों की चिंता
- ग्रामीणों का आरोप है कि उनके खिलाफ दर्ज मुकदमे झूठे और गैर-जरूरी हैं।
- अगर ये मुकदमे नहीं हटाए गए, तो गरीब ग्रामीण अदालत और पुलिस के चक्कर काटने के लिए मजबूर हो जाएंगे।विधायक ने वन अधिकारी को लगाई फटकार, ग्रामीणों पर झूठे मुकदमे दर्ज करने का आरोप