दिल्ली में मोबाइल चोरों की मौज: देश में सबसे फिसड्डी राजधानी, 100 में से सिर्फ 2 फोन हो रहे बरामद

नई दिल्ली: दिल्ली में मोबाइल चोरों की मौज: देश में सबसे फिसड्डी राजधानी, 100 में से सिर्फ 2 फोन हो रहे बरामद, राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में अगर आपका मोबाइल फोन चोरी या गुम हो जाए, तो उसके वापस मिलने की उम्मीद छोड़ देना ही बेहतर है। यह हम नहीं, बल्कि केंद्र सरकार के संचार साथी पोर्टल द्वारा जारी किए गए चौंकाने वाले आंकड़े कह रहे हैं। इन आंकड़ों के अनुसार, दिल्ली में चोरी या गुम हुए मोबाइलों की बरामदगी दर (रिकवरी रेट) देश में सबसे खराब है, जो मात्र 1.87% है। इसका सीधा मतलब है कि दिल्ली में चोरी हुए हर 100 फोन में से 2 फोन भी बमुश्किल ही अपने असली मालिकों तक पहुंच पाते हैं।
आंकड़ों की भयावह तस्वीर
संचार साथी वेबसाइट पर जारी हालिया डेटा दिल्ली पुलिस की कार्यशैली पर गंभीर सवाल खड़े करता है। आंकड़ों के मुताबिक:
दिल्ली में कुल 8,22,694 मोबाइल फोन चोरी या गुम होने के बाद ब्लॉक किए गए।
इनमें से 5,27,246 फोनों को सफलतापूर्वक ट्रेस भी कर लिया गया, यानी उनकी लोकेशन का पता लगा लिया गया।
लेकिन, ट्रेस होने के बावजूद केवल 9,871 मोबाइल फोन ही बरामद किए जा सके।
यह आंकड़ा महज 1.87% की रिकवरी दर को दर्शाता है, जो राष्ट्रीय औसत 24.5% के मुकाबले बेहद निराशाजनक और शर्मनाक है। दिल्ली की यह स्थिति तब और भी चिंताजनक हो जाती है, जब आए दिन मेट्रो, बसों, रेलवे स्टेशनों और भीड़भाड़ वाले बाजारों से मोबाइल चोरी और लूट की खबरें आम हैं।दिल्ली में मोबाइल चोरों की मौज: देश में सबसे फिसड्डी राजधानी
अन्य राज्यों की स्थिति
मोबाइल फोन बरामदगी के मामले में दिल्ली पूरे देश में सबसे निचले पायदान पर है। खराब प्रदर्शन करने वाले अन्य राज्यों में शामिल हैं:
पंजाब: 10.98% रिकवरी रेट के साथ दूसरे स्थान पर है।
बिहार: 12.45% के साथ तीसरे स्थान पर है।
नागालैंड: 12.81% के साथ चौथे स्थान पर है।
वहीं, लक्षद्वीप 100% रिकवरी रेट के साथ इस सूची में सबसे ऊपर है। हालांकि, वहां केवल 13 फोन ब्लॉक हुए थे, जिनमें से 5 ट्रेस किए गए और सभी 5 बरामद कर लिए गए।दिल्ली में मोबाइल चोरों की मौज: देश में सबसे फिसड्डी राजधानी
अधिकारी ने दिल्ली पुलिस पर फोड़ा ठीकरा
संचार मंत्रालय के एक वरिष्ठ अधिकारी ने नाम न छापने की शर्त पर दिल्ली में इस खराब प्रदर्शन के लिए सीधे तौर पर दिल्ली पुलिस की ‘लापरवाह कार्यशैली’ को जिम्मेदार ठहराया है। उन्होंने कहा, “अब यह बहाना नहीं चल सकता कि फोन ट्रेस नहीं हो सका। संचार साथी पोर्टल ट्रेसिंग की सटीक जानकारी मुहैया कराता है। दूसरे राज्यों की पुलिस इसी जानकारी का इस्तेमाल कर सफलतापूर्वक फोन बरामद कर रही है, लेकिन दिल्ली में 2% से भी कम की रिकवरी यह दर्शाती है कि जानकारी मिलने के बाद भी उस पर गंभीरता से काम नहीं किया जा रहा है।”दिल्ली में मोबाइल चोरों की मौज: देश में सबसे फिसड्डी राजधानी
यह आंकड़े दिल्ली के नागरिकों के लिए एक बड़ी चिंता का विषय हैं और दिल्ली पुलिस की जवाबदेही पर एक बड़ा प्रश्नचिह्न लगाते हैं।दिल्ली में मोबाइल चोरों की मौज: देश में सबसे फिसड्डी राजधानी








