NCG NEWS DESK शिमला/कुल्लू : उत्तर भारत के कई राज्यों में मानसून ने दस्तक दे दी है और ये दस्तक कहर भी बरपा रही है। हिमाचल प्रदेश में मानसूनी बारिश ने जोरदार कहर बरपाया है इससे मकानों और वाहनों को व्यापक नुकसान होने के साथ ही कई मवेशियों की मौत हो गई। राज्य सरकार के एक अधिकारी ने रविवार को यह जानकारी दी। चक्रवाती परिसंचरण के कारण शनिवार सुबह से भारी बारिश हुई जिससे 13 घर और सडक़ों के किनारे खड़े 13 वाहन क्षतिग्रस्त हो गए और 35 मवेशियों की मौत हो गई। चंबा जिले में एक सडक़ हादसे में एक कार रविवार सुबह करीब साढ़े चार बजे खड़ामुख-होली रोड पर टीएनएचपीसी-द्वितीय बांध से नीचे गिर गई।
बताया जा रहा है कि कई कारें गायब हैं। भरमौर से आई पुलिस टीम ने बचाव एवं राहत कार्य चलाया। कुल्लू जिले में अचानक आई बाढ़ से मोहाल खड्ड के किनारे खड़ी पांच कारें और तीन ट्रैक्टर क्षतिग्रस्त हो गए। जिले के बाशिंग गांव में आग लगने की एक घटना में एक मकान को भी नुकसान पहुंचा। मंडी जिले में वर्षाजनित पांच हादसें हुये। जबकि घाटसनी सडक़ पर जोगिंदरनगर में भूस्खलन हुआ, जिसे बाद में बहाल कर दिया गया। कुल्लू वाया कमांद रोड और जंघाली-शिकारी देवी-नेहरा रहंगुल हेलीपैड पर भी भूस्खलन की सूचना है ये दोनो मार्ग अभी तक बंद हैं। थुनाग उपमंडल में एक घर पूरी तरह और दूसरा आंशिक रूप से क्षतिग्रस्त हो गया।
शिमला जिले के चौपाल उपमंडल के चौकिया क्षेत्र में एक कार दुर्घटना में दो लोग घायल हो गए। शिमला शहर के कृष्णनगर में बारिश के पानी ने एक घर को बुरी तरह क्षतिग्रस्त कर दिया, जबकि बाढ़ से चार वाहनों को भी नुकसान पहुंचा। बारिश के कारण 124 सडक़ों और दो राष्ट्रीय राजमार्गों पर भी यातायात बाधित हुआ।मौसम विभाग ने राज्य में आगामी 25 और 26 जून को भारी से बहुत भारी बारिश की चेतावनी दी है और 28 और 29 जून को भारी बारिश की येलो चेतावनी दी है। विभाग ने राज्य में जारी बारिश के लिए मानसून के पूर्व-पश्चिम ट्रफ और ओडिशा और पश्चिम बंगाल के तटीय क्षेत्रों में कम दबाव के क्षेत्र के साथ उत्तर पश्चिम बंगाल की खाड़ी पर चक्रवाती परिसंचरण को वजह बताया है।
जिला कुल्लू मुख्यालय के समीप मौहल खड्ड में भयंकर बाढ़ आने से तबाही मच गई। यहां सडक़ के किनारे खड़े वाहन बाढ़ की भेंट चढ़ गए हैं। बताया जा रहा है कि 9 से अधिक वाहन बाढ़ की चपेट में आ गए हैं। उधर घटना की सूचना मिलते ही जिला प्रशासन की टीम घटना स्थल के लिए रवाना हो गई। प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार यहां खड्ड किनारे पार्किंग बनाई थी और बाढ़ ने जहां पार्किंग को तहस-नहस किया वहीं पांच छोटी गाडिय़ां,3 ट्रेक्टर व एक तारकोल मिलाने का मिक्चर बाढ़ में बह गए हैं। अधर भारी बारिश व नदी-नालों में बाढ़ आने से ब्यास व पार्वती नदी का जलस्तर भी बढ़ गया है।
उधर, दक्षिण पश्चिम मानसून रविवार को दिल्ली पहुंच गया। भारत मौसम विज्ञान विभाग ने कहा कि रविवार को दिल्ली पहुंचा मानसून मध्य अरब सागर के शेष हिस्सों, उत्तरी अरब सागर के कुछ हिस्सों, मुंबई, मध्य प्रदेश और उत्तर प्रदेश सहित महाराष्ट्र के शेष हिस्सों, गुजरात के कुछ हिस्सों में आगे बढ़ गया है। राजस्थान,हरियाणा, उत्तराखंड के शेष भाग और हिमाचल प्रदेश के अधिकांश भाग और जम्मू, कश्मीर और लद्दाख के कुछ और भाग में भी मानसून पहुंच गया है। अगले दो दिनों के दौरान गुजरात, राजस्थान, हरियाणा, पंजाब के कुछ और हिस्सों और जम्मू-कश्मीर के शेष हिस्सों में दक्षिण-पश्चिम मानसून के आगे बढऩे के लिए परिस्थितियां अनुकूल हैं।