
विश्वास का कत्ल! इलाज का ताना और जमीन का विवाद बना वजह, झोलाछाप डॉक्टर ही निकला बुजुर्ग दंपत्ति का कातिल
झोलाछाप डॉक्टर ही निकला बुजुर्ग दंपत्ति का कातिल, छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर से सटे अभनपुर में हुए सनसनीखेज दोहरे हत्याकांड की गुत्थी पुलिस ने सुलझा ली है। पति-पत्नी की बेरहमी से हत्या करने वाला कोई और नहीं, बल्कि उनका भरोसेमंद ‘झोलाछाप डॉक्टर’ ही निकला, जो इलाज के नाम पर उन्हें धोखा दे रहा था। मामूली ताने और जमीन के सौदे में हुए विवाद के चलते आरोपी ने इस खौफनाक वारदात को अंजाम दिया।
एक ताना और 10 हजार का बयाना… दोहरे हत्याकांड की वजह
अभनपुर के बिरोदा गांव में हुए इस दोहरे हत्याकांड का खुलासा करते हुए एसएसपी लाल उमेंदसिंह ने बताया कि आरोपी की पहचान राकेश कुमार बारले (30) के रूप में हुई है, जो धमतरी का रहने वाला है और बिरोदा गांव में ‘आर.के. मेडिकल’ के नाम से दुकान चलाता था। हत्या के पीछे दो मुख्य वजहें सामने आईं:
इलाज का ताना: मृतका रुकमणि ध्रुव पिछले एक महीने से अपने हाथ के दर्द का इलाज आरोपी राकेश से करा रही थीं। पैसे देने के बावजूद जब दर्द ठीक नहीं हुआ, तो उन्होंने राकेश को ताना मारना शुरू कर दिया। रुकमणि सबसे कहती थीं कि यह डॉक्टर दूसरे गांव से आकर लोगों को बेवकूफ बना रहा है और इलाज के नाम पर ज्यादा पैसे वसूलता है। यह बात आरोपी को चुभ गई थी।
जमीन का विवाद: झोलाछाप डॉक्टर राकेश ने मृतका के पति भूखन ध्रुव की जमीन का सौदा रायपुर के एक व्यक्ति से कराया था। उसने बयाने के तौर पर 10,000 रुपये लेकर भूखन को दिए थे। लेकिन बाद में भूखन ने जमीन बेचने से इनकार कर दिया और बयाना भी वापस नहीं किया, जिससे राकेश पर पैसे लौटाने का दबाव था।
इलाज के बहाने घर बुलाया और एक-एक कर उतारा मौत के घाट
वारदात वाले दिन भूखन ध्रुव ने आरोपी की दुकान पर जाकर अपना बीपी चेक कराया और उसे शाम को घर आकर अपनी पत्नी रुकमणि का भी इलाज करने को कहा। शाम करीब 6 बजे जब आरोपी उनके घर पहुंचा, तो रुकमणि ने उसे देखते ही फिर से ताना मारा।झोलाछाप डॉक्टर ही निकला बुजुर्ग दंपत्ति का कातिल
आरोपी ने चालाकी से भूखन को (जो हाइड्रोसिल से पीड़ित था) इलाज के लिए खाट पर लिटाया और रुकमणि को पानी गर्म करने के लिए भेज दिया। जैसे ही रुकमणि अंदर गईं, राकेश ने खाट पर लेटे भूखन पर चाकू से ताबड़तोड़ वार कर उसकी हत्या कर दी। जब रुकमणि पानी लेकर लौटीं तो आरोपी ने उन पर भी हमला कर उन्हें मौत के घाट उतार दिया।झोलाछाप डॉक्टर ही निकला बुजुर्ग दंपत्ति का कातिल
कातिल की होशियारी: हत्या के बाद वापस दुकान पर करने लगा ‘इलाज’
हत्याकांड को अंजाम देने के बाद आरोपी सीधा अपने घर गया, खून से सने कपड़े बदले और चाकू, कपड़े व जूतों को अभनपुर के एक नाले में फेंक दिया। किसी को शक न हो, इसलिए वह इतना शातिर था कि वापस बिरोदा गांव आकर अपनी दुकान खोलकर बैठ गया और मरीजों का इलाज करने का नाटक करने लगा।झोलाछाप डॉक्टर ही निकला बुजुर्ग दंपत्ति का कातिल
एक सुराग और 200 लोगों से पूछताछ… ऐसे पकड़ा गया कातिल
इस अंधे कत्ल की गुत्थी सुलझाने के लिए पुलिस ने गांव के लगभग 200 लोगों से पूछताछ की। इसी दौरान पुलिस को एक अहम सुराग मिला कि वारदात वाले दिन शाम को एक ‘डॉक्टर’ को मृतक दंपत्ति के घर से बाहर निकलते देखा गया था। इसी सुराग के आधार पर पुलिस झोलाछाप डॉक्टर राकेश बारले तक पहुंची। शुरुआत में वह पुलिस को गोल-गोल घुमाता रहा, लेकिन जब पुलिस ने सख्ती से पूछताछ की तो वह टूट गया और अपना गुनाह कबूल कर लिया।झोलाछाप डॉक्टर ही निकला बुजुर्ग दंपत्ति का कातिल









