नागालैंड के राज्यपाल एल. गणेशन का निधन, बीजेपी और पूर्वोत्तर की राजनीति में शोक की लहर

नई दिल्ली/चेन्नई: नागालैंड के राज्यपाल एल. गणेशन का निधन, बीजेपी और पूर्वोत्तर की राजनीति में शोक की लहर, नागालैंड के राज्यपाल और भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के वरिष्ठ नेता, श्री एल. गणेशन का शुक्रवार, 15 अगस्त, 2025 को निधन हो गया। वे 80 वर्ष के थे। चेन्नई के अपोलो अस्पताल में उन्होंने अंतिम सांस ली, जहाँ उन्हें सिर में गंभीर चोट लगने के बाद भर्ती कराया गया था। उनके निधन से राजनीतिक गलियारों में, विशेषकर तमिलनाडु और पूर्वोत्तर राज्यों में शोक की लहर है।
रिपोर्ट्स के अनुसार, 8 अगस्त को चेन्नई स्थित अपने आवास पर गिरने के कारण उनके सिर में गंभीर चोट आई थी। इसके तुरंत बाद उन्हें अपोलो अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहाँ वे कई दिनों तक गहन चिकित्सा इकाई (ICU) में इलाजरत थे। डॉक्टरों की तमाम कोशिशों के बावजूद उन्हें बचाया नहीं जा सका।नागालैंड के राज्यपाल एल. गणेशन का निधन
कौन थे एल. गणेशन?
एल. गणेशन एक अनुभवी राजनीतिज्ञ थे, जिनका करियर दशकों तक फैला रहा। वे 20 फरवरी, 2023 से नागालैंड के 19वें राज्यपाल के रूप में अपनी सेवाएं दे रहे थे। इससे पहले, उन्होंने 27 अगस्त, 2021 से 19 फरवरी, 2023 तक मणिपुर के 17वें राज्यपाल का पद संभाला। इसके अलावा, उन्होंने 18 जुलाई, 2022 से 17 नवंबर, 2022 तक पश्चिम बंगाल के राज्यपाल का अतिरिक्त प्रभार भी संभाला था। गणेशन मध्य प्रदेश से राज्यसभा के सदस्य भी रहे और पार्टी के संगठनात्मक कार्यों में उनकी महत्वपूर्ण भूमिका थी।नागालैंड के राज्यपाल एल. गणेशन का निधन
संघ प्रचारक से राज्यपाल तक का सफर
16 फरवरी, 1945 को तमिलनाडु के एक तमिल ब्राह्मण परिवार में जन्मे एल. गणेशन का जीवन संघर्षों और समर्पण की कहानी है। उनके पिता का नाम इलक्कुमिराकवन और माता का नाम अलमेलु था। बचपन में ही पिता का साया सिर से उठ जाने के बाद, उन्होंने अपने भाई के सहयोग से अपनी शिक्षा पूरी की। छोटी उम्र में ही वे राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) से जुड़ गए और बाद में अपना जीवन एक पूर्णकालिक प्रचारक के रूप में राष्ट्र सेवा के लिए समर्पित कर दिया।नागालैंड के राज्यपाल एल. गणेशन का निधन
एल. गणेशन को उनकी सादगी, ईमानदारी और संगठन के प्रति अटूट निष्ठा के लिए जाना जाता था। उन्होंने न केवल तमिलनाडु में बीजेपी को मजबूत करने में अहम भूमिका निभाई, बल्कि पूर्वोत्तर के राज्यों में राज्यपाल के रूप में भी अपनी एक अलग छाप छोड़ी। उनके निधन से भारतीय राजनीति, विशेषकर बीजेपी के लिए एक अपूरणीय क्षति हुई है।नागालैंड के राज्यपाल एल. गणेशन का निधन









