दुर्ग : छत्तीसगढ़ के दुर्ग जिला अस्पताल में नवजातों की अदला-बदली का मामला डीएनए टेस्ट तक पहुंच गया है। जिला कलेक्टर ऋचा प्रकाश चौधरी ने जांच समिति और सिविल सर्जन डॉ. हेमंत साहू को डीएनए टेस्ट कराने के निर्देश दिए हैं। जल्द ही परीक्षण प्रक्रिया पूरी की जाएगी।
कैसे सामने आया मामला?
🔹 जिला अस्पताल के मदर-चाइल्ड वार्ड में दो परिवारों के बीच बच्चे की अदला-बदली को लेकर विवाद हुआ।
🔹 दोनों परिवारों ने अपना-अपना दावा पेश किया, जिससे अस्पताल प्रशासन के सामने पहचान की समस्या आ गई।
🔹 जांच समिति गठित कर मामले की छानबीन की गई।
DNA टेस्ट का आदेश क्यों दिया गया?
📌 जांच समिति ने अपनी रिपोर्ट न्यायपीठ बाल कल्याण समिति के सामने रखी।
📌 बच्चों के सर्वोत्तम हित को ध्यान में रखते हुए डीएनए टेस्ट की अनुशंसा की गई।
📌 सिविल सर्जन डॉ. हेमंत साहू ने दोनों नवजातों का हेल्थ चेकअप करवाया, जिसमें वे पूरी तरह स्वस्थ पाए गए।
📌 अब DNA टेस्ट कर नवजातों की असली पहचान सुनिश्चित की जाएगी।
DNA टेस्ट कब होगा?
✅ आज ही डीएनए टेस्ट की प्रक्रिया पूरी होने की संभावना है।
✅ रिपोर्ट आने के बाद प्रशासन अंतिम निर्णय लेगा।
✅ परिवारों को सत्यता की पुष्टि के लिए धैर्य रखने की सलाह दी गई है।