
‘लाइव सर्जरी’ के नाम पर अब नहीं चलेगा प्रचार, सुप्रीम कोर्ट की सख्ती के बाद NMC ने जारी की नई गाइडलाइन
‘लाइव सर्जरी’ के नाम पर अब नहीं चलेगा प्रचार, नेशनल मेडिकल कमीशन (NMC) ने ‘लाइव सर्जरी’ के प्रसारण को लेकर एक बड़ा और ऐतिहासिक फैसला लिया है। सुप्रीम कोर्ट में दायर एक याचिका के बाद, NMC ने नए और सख्त दिशा-निर्देश जारी किए हैं, जिनका उद्देश्य मरीजों के व्यावसायिक शोषण को रोकना और उनकी निजता और सम्मान की रक्षा करना है। इन नियमों का उल्लंघन करने वाले डॉक्टरों और संस्थानों पर अब कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
क्यों पड़ी इन नियमों की जरूरत?
यह पूरा मामला सुप्रीम कोर्ट में दाखिल एक जनहित याचिका के बाद सामने आया। याचिका में गंभीर आरोप लगाए गए थे कि कई निजी अस्पताल और डॉक्टर ‘लाइव सर्जरी’ की आड़ में मरीजों का वाणिज्यिक शोषण कर रहे हैं। मरीजों को एक ‘मॉडल’ की तरह इस्तेमाल कर मेडिकल उपकरण बनाने वाली कंपनियों और दवा कंपनियों के उत्पादों का प्रचार किया जा रहा था। अक्सर यह सब मरीज की पूरी और स्पष्ट सहमति के बिना होता था, जो उनकी निजता, सुरक्षा और मानसिक स्वास्थ्य का गंभीर उल्लंघन था।‘लाइव सर्जरी’ के नाम पर अब नहीं चलेगा प्रचार
क्या हैं NMC के नए और कड़े नियम?
अदालत के हस्तक्षेप के बाद, NMC द्वारा गठित एक विशेषज्ञ समिति की रिपोर्ट के आधार पर ये नए नियम 27 जुलाई से लागू कर दिए गए हैं:
मरीज की लिखित सहमति अनिवार्य: किसी भी लाइव सर्जरी के प्रसारण से पहले मरीज की पूरी और लिखित सहमति लेना अनिवार्य होगा। उन्हें इसके सभी पहलुओं, जोखिमों और लाभों के बारे में सूचित करना होगा।
किसी भी तरह के प्रचार पर रोक: सर्जरी के दौरान किसी भी मेडिकल उपकरण, दवा, कंपनी, ब्रांड, अस्पताल या खुद सर्जन का प्रचार करना पूरी तरह से प्रतिबंधित होगा।
व्यावसायिक संबंधों पर रोक: सर्जरी करने वाले सर्जन का किसी भी उपकरण या दवा कंपनी के साथ कोई व्यावसायिक संबंध या हित नहीं होना चाहिए।
निजता और गरिमा सर्वोपरि: सर्जरी के प्रसारण के दौरान मरीज की पहचान और गरिमा को हर हाल में सुरक्षित रखना होगा।
नियम तोड़ने पर होगी सख्त कार्रवाई
NMC ने स्पष्ट निर्देश दिए हैं कि इन गाइडलाइन्स का पालन न करने वाले किसी भी डॉक्टर या चिकित्सा संस्थान के खिलाफ सख्त अनुशासनात्मक कार्रवाई की जाएगी। यह कदम चिकित्सा जगत में पारदर्शिता और नैतिकता को बढ़ावा देने के लिए एक मील का पत्थर माना जा रहा है।‘लाइव सर्जरी’ के नाम पर अब नहीं चलेगा प्रचार









