-
सरकार लोगों को सस्ती दरों पर दवाएं उपलब्ध कराने के लिए जन औषधि केंद्र (PM Jan Aushadhi Kendra) की संख्या बढ़ा रही है। भारत में इस समय करीब 11 हजार से भी ज्यादा प्रधानमंत्री जन औषधि केंद्र मौजूद हैं।
-
अब आप भी खोल सकते हैं PM जन औषधि केंद्र, सरकार देगी 2 लाख रुपये की मदद, जानें किन-किन दस्तावेजों की होगी जरूरत
दुर्ग : हमारे देश में कई नागरिक आर्थिक रूप से कमजोर हैं, जिससे उनके लिए महंगी दवाइयां खरीदना संभव नहीं होता। सरकार ऐसे आर्थिक रूप से कमजोर लोगों के लिए प्रधानमंत्री जन औषधि केंद्र का विस्तार कर रही है। इन केंद्रों पर कम कीमत पर जेनेरिक दवाइयां उपलब्ध करवाई जाती हैं। अगर आप भी अपना बिजनेस (Business Idea) शुरू करना चाहते हैं, तो प्रधानमंत्री जन औषधि केंद्र खोलने (How to open PM Jan Aushadhi Kendra) के बारे में सोच सकते हैं। केंद्र सरकार लोगों को जेनरिक दवाइयां (Generic Medicine) मुहैया कराने के लिए प्रधानमंत्री जन औषधि केंद्र (PM Jan Aushadhi Kendra) खोलने का मौका दे रही है।
भारत सरकार की इस योजना के तहत कुछ शर्तों को पूरा करने पर कोई भी प्रधानमंत्री जन औषधि केंद्र (Pradhan Mantri Bhartiya Janaushadhi Kendra scheme) खोल सकता है और उससे लाभ कमा सकता है। चलिए जानते हैं कि क्या है प्रधानमंत्री जन औषधि केंद्र खोलने का तरीका और इसके लिए किन दस्तावेजों की जरूरत होती है।
जन औषधि केंद्र खोलने के लिए डी फार्मा या बी फार्मा सर्टिफिकेट जरूरी
जन औषधि केंद्र खोलने (Jan aushadhi kendra opening procedure) की प्रक्रिया काफी सरल रखी गई है। हालांकि, इन्हें खोलने के लिए सरकार द्वारा तय किए गए कुछ नियम और शर्तों का पालन करना होता है। सरकार केंद्र खोलने की अनुमति उन्हीं को देती है जिनके पास डी फार्मा या बी फार्मा का सर्टिफिकेट होता है। इसके साथ ही जन औषधि केंद्र खोलने के लिए आपके पास 120 वर्ग फुट की जगह भी होनी जरूरी है।
प्रधानमंत्री जन औषधि केंद्र खोलने के लिए तीन श्रेणियां तय की गई हैं। पहली श्रेणी में डॉक्टर, फार्मासिस्ट या फिर रजिस्टर्ड मेडिकल प्रैक्टिशनर आते हैं; दूसरी श्रेणी में ट्रस्ट, प्राइवेट हॉस्पिटल और NGO आते हैं; और तीसरी श्रेणी में ऐसे लोग आते हैं जिन्हें राज्य सरकार की तरफ से नामांकित किया जाता है।
सिर्फ 5000 रुपये में करें आवेदन
लोगों को सस्ती दरों पर दवाएं उपलब्ध कराने के लिए सरकार जन औषधि केंद्र की संख्या बढ़ा रही है। भारत में इस समय करीब 11 हजार से भी ज्यादा प्रधानमंत्री जन औषधि केंद्र मौजूद हैं। प्रधानमंत्री जन औषधि केंद्र खोलने के लिए आवेदन (Pradhan Mantri Jan Aushadhi Kendra apply online) करने के लिए एक फॉर्म भरकर जमा करना होता है, जिसकी फीस 5000 रुपये होती है।
सरकार की तरफ से मिलेगी 2 लाख रुपये की मदद
सरकार प्रधानमंत्री जन औषधि केंद्र खोलने के लिए प्रोत्साहन राशि भी मुहैया कराती है। महीने में 5 लाख रुपये तक की दवाओं की खरीद पर 15 प्रतिशत या अधिकतम 15000 रुपये का प्रोत्साहन दिया जा सकता है। इतना ही नहीं, विशेष श्रेणी में सरकार इंफ्रास्ट्रक्चर डेवलप करने के लिए 2 लाख रुपये की मदद भी देती है।
जन औषधि केंद्र से कितनी होगी कमाई?
आपको सरकार की तरफ से जन औषधि केंद्र में दवाओं की बिक्री पर 20 प्रतिशत तक कमीशन दिया जाता है। इसके साथ ही, आपको हर महीने होने वाली बिक्री पर भी 15 प्रतिशत तक का इंसेंटिव मिलेगा।
प्रधानमंत्री जन औषधि केंद्र खोलने के लिए चाहिए ये दस्तावेज
अगर आप प्रधानमंत्री जन औषधि केंद्र खोलने के लिए आवेदन करना चाहते हैं, तो आपके पास कुछ दस्तावेजों का होना बेहद जरूरी है। इनमें आधार कार्ड, पैन कार्ड, फार्मासिस्ट रजिस्ट्रेशन सर्टिफिकेट, एड्रेस प्रूफ (निवास प्रमाण पत्र) और मोबाइल नंबर शामिल हैं। प्रधानमंत्री जन औषधि केंद्र खोलने के लिए आपको इसकी आधिकारिक वेबसाइट janaushadhi.gov.in पर जाकर आवेदन यानी अप्लाई करना होगा।