एक करोड़ का बवाल: रायपुर उपचुनाव में टिकट की कहानी

रायपुर: सूरजपुर बवाल की अनसुनी कहानी अब सियासत में चर्चा का विषय बन गई है। इस बवाल के पीछे एक करोड़ रुपए का सवाल है, जो कि इस पूरे मामले की जड़ में मौजूद है। आइए जानते हैं कि रायपुर दक्षिण के उम्मीदवारों को टिकट कैसे मिली और इसके पीछे की असली कहानी क्या है। एक करोड़ का बवाल: रायपुर उपचुनाव में टिकट की कहानी
सूरजपुर बवाल: क्या है सच?
हाल ही में सूरजपुर में हुई घटना ने राजनीतिक गलियारों में हलचल मचा दी। यह सवाल उठ रहा है कि क्या इस बवाल के पीछे एक करोड़ का लेन-देन है। तीन मुख्य पात्र हैं: ए, बी और सी। ए एक कबाड़ व्यापारी है, जिसने अपने व्यापार को बढ़ाने के लिए एक पुलिसकर्मी की मदद ली। दूसरी ओर, पुलिसकर्मी ने ए को परेशानी में डालने के लिए अन्य कबाड़ियों को खड़ा कर दिया। इससे नाराज होकर ए ने पुलिसकर्मी के साथ बदतमीजी की, जिससे मामला एफआईआर तक पहुंच गया।
ए ने एफआईआर न करने के लिए बी को 12 लाख रुपए दिए, लेकिन बी ने फिर भी ए के खिलाफ एफआईआर कर दी। इससे ए ने एक गंभीर कदम उठाया, जिससे बवाल बढ़ गया। ए को एनकाउंटर का डर था और इसी बीच सी की एंट्री होती है। एनकाउंटर से बचने के लिए, ए ने सी को 1 करोड़ रुपए दिए, जो कि नीचे तक बंटने वाले थे। हालांकि, मामला बढ़ने पर यह बंटवारा नहीं हो सका। इस विवाद में कलेक्टर और एसपी को हटाया गया, जबकि निचले स्तर के स्टाफ पर कोई कार्रवाई नहीं हुई। एक करोड़ का बवाल: रायपुर उपचुनाव में टिकट की कहानी
नेताजी और संगठन का संघर्ष
भले ही बीजेपी का संगठन देशभर में मजबूत माना जाता हो, लेकिन छत्तीसगढ़ में एक नेताजी का दबदबा संगठन से बड़ा है। रायपुर दक्षिण उपचुनाव में जब टिकट वितरण की बात आई, तो संगठन की इच्छाएं धरी रह गईं। नेताजी ने स्पष्ट कर दिया था कि अगर उनकी पसंद का उम्मीदवार नहीं चुना गया, तो चुनाव जीतने की जिम्मेदारी उनकी नहीं होगी। एक करोड़ का बवाल: रायपुर उपचुनाव में टिकट की कहानी
कांग्रेस का टिकट वितरण
अब बात करते हैं कांग्रेस के उम्मीदवार की। कांग्रेस ने युवा नेता आकाश शर्मा को मैदान में उतारा। इसके पीछे एक बड़ी वजह है। पिछले चुनाव में बृजमोहन अग्रवाल की बी टीम के सदस्य के कारण कांग्रेस को बार-बार आलोचना का सामना करना पड़ा। इस बार, कांग्रेस ने जोखिम नहीं उठाया और आकाश शर्मा को उम्मीदवार बनाया, ताकि पिछले विवादों से बचा जा सके। एक करोड़ का बवाल: रायपुर उपचुनाव में टिकट की कहानी
आईएएस अधिकारी को मिली नई जिम्मेदारी
छत्तीसगढ़ के एक आईएएस अधिकारी को भारत सरकार में बड़ी जिम्मेदारी मिली है। उन्हें स्टील मंत्रालय में वित्तीय सलाहकार बनाया गया है। हाल ही में, नीट परीक्षा में धांधली के चलते उन्हें उच्चतम स्तर पर राजनीतिक दबाव का सामना करना पड़ा था, जिसके बाद सरकार ने उन्हें वहाँ से हटा दिया था। एक करोड़ का बवाल: रायपुर उपचुनाव में टिकट की कहानी









