मतदाता सूची में गड़बड़ी पर विपक्ष एकजुट, स्थानीय निकाय चुनाव टालने की मांग
एमवीए की 'सत्याचा मोर्चा' रैली में उद्धव ठाकरे और राज ठाकरे ने फर्जी मतदाताओं पर जमकर निशाना साधा, पुलिस ने दर्ज की FIR

मुंबई: मतदाता सूची में गड़बड़ी पर विपक्ष एकजुट, स्थानीय निकाय चुनाव टालने की मांग. महाराष्ट्र में आगामी स्थानीय निकाय चुनावों से पहले मतदाता सूची में कथित अनियमितताओं को लेकर राजनीतिक घमासान तेज हो गया है। शनिवार को मुंबई में महाविकास आघाड़ी (एमवीए) द्वारा आयोजित ‘सत्याचा मोर्चा’ (सत्य के लिए मार्च) रैली में विपक्षी नेताओं ने चुनाव आयोग और सत्तारूढ़ बीजेपी पर जमकर निशाना साधा। उन्होंने मांग की कि मतदाता सूची की पूरी तरह से जांच कर गड़बड़ियों को दूर किए जाने तक स्थानीय निकाय चुनावों को स्थगित किया जाए।
शिवसेना (उद्धव ठाकरे गुट) प्रमुख उद्धव ठाकरे ने रैली को संबोधित करते हुए कहा कि वोटर लिस्ट में ‘वोट चोरों’ को पहचानना और उन्हें सबक सिखाना जरूरी है। उन्होंने आश्चर्य व्यक्त करते हुए कहा कि एक शौचालय के पते पर 100 मतदाताओं के नाम कैसे दर्ज हो सकते हैं। उन्होंने केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह पर भी निशाना साधा और मतदाताओं से ‘जागते रहने’ की अपील की।मतदाता सूची में गड़बड़ी पर विपक्ष एकजुट
पूर्व मुख्यमंत्री ने यह भी आरोप लगाया कि चुनाव आयोग के ‘सक्षम ऐप’ पर उनका नाम और मोबाइल नंबर फर्जी तरीके से इस्तेमाल करने की कोशिश की गई, जिसे उन्होंने अपनी वोटर लिस्ट से नाम हटाने की साजिश बताया।मतदाता सूची में गड़बड़ी पर विपक्ष एकजुट
रैली में शामिल हुए महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना (मनसे) अध्यक्ष राज ठाकरे ने भी अपने चचेरे भाई उद्धव ठाकरे का समर्थन करते हुए कहा कि मुंबई की मतदाता सूचियों में लाखों डुप्लीकेट वोटर हैं। उन्होंने मनसे कार्यकर्ताओं से अपील की कि ऐसे मतदाताओं को पकड़ें, उनकी पिटाई करें और फिर पुलिस के हवाले कर दें। राज ठाकरे ने आगामी स्थानीय चुनावों को ‘फिक्स्ड मैच’ करार देते हुए कहा कि जब मतदाता सूची ही सही नहीं है तो चुनाव कराने का कोई मतलब नहीं है।मतदाता सूची में गड़बड़ी पर विपक्ष एकजुट
विपक्ष का दावा है कि वोटर लिस्ट में एक ही पते पर सैकड़ों लोगों के नाम दर्ज हैं, कुछ जगहों पर तो 800 से ज्यादा मतदाता एक ही पते पर पाए गए हैं।मतदाता सूची में गड़बड़ी पर विपक्ष एकजुट
इस मोर्चे में एनसीपी (एसपी) प्रमुख शरद पवार, कांग्रेस नेता बाला साहेब थोरात और सुप्रिया सुले समेत कई वरिष्ठ नेता शामिल थे, जिन्होंने एकसुर होकर मतदाता सूची में सुधार की मांग की।मतदाता सूची में गड़बड़ी पर विपक्ष एकजुट
हालांकि, इस प्रदर्शन के लिए मुंबई पुलिस से अनुमति नहीं ली गई थी, जिसके चलते मुंबई पुलिस ने इस मामले में कार्रवाई करते हुए FIR दर्ज की है।मतदाता सूची में गड़बड़ी पर विपक्ष एकजुट
गौरतलब है कि अक्टूबर में विपक्षी गठबंधन महाविकास आघाड़ी का एक प्रतिनिधिमंडल राज्य चुनाव आयोग और मुख्य निर्वाचन अधिकारी से मुलाकात कर मतदाता सूची में कथित गड़बड़ियों की जांच की मांग कर चुका है। विपक्ष का कहना है कि आने वाले स्थानीय निकाय चुनाव पूरी तरह निष्पक्ष और पारदर्शी तरीके से कराए जाएं। अब देखना होगा कि चुनाव आयोग विपक्ष के इन गंभीर आरोपों पर क्या कदम उठाता है।मतदाता सूची में गड़बड़ी पर विपक्ष एकजुट









