धमाका छत्तीसी, कोरबा : छत्तीसगढ़ शासन के खाद्य नागरिक आपूर्ति एवं उपभोक्ता संरक्षण विभाग ने खरीफ विपणन वर्ष 2024-25 में सहकारी समितियों के माध्यम से उपार्जित धान और बारदाना के स्टॉक का भौतिक सत्यापन करने का निर्णय लिया है। यह सत्यापन जनवरी 2025 में तीन चरणों में किया जाएगा, जिससे धान खरीदी प्रक्रिया की पारदर्शिता सुनिश्चित हो सके। धान और बारदाना के स्टॉक का तीन चरणों में होगा भौतिक सत्यापन
सत्यापन की तारीखें और चरणबद्ध प्रक्रिया
भौतिक सत्यापन को तीन चरणों में विभाजित किया गया है:
- पहला चरण: 7 जनवरी से 14 जनवरी 2025 तक।
- दूसरा चरण: 15 जनवरी से 22 जनवरी 2025 तक।
- तीसरा चरण: 23 जनवरी से 31 जनवरी 2025 तक।
जिलाधिकारियों के नेतृत्व में गठित जांच दल निर्धारित तिथियों पर विभिन्न धान खरीदी केंद्रों का भौतिक सत्यापन करेंगे। धान और बारदाना के स्टॉक का तीन चरणों में होगा भौतिक सत्यापन
जांच दल का गठन और जिम्मेदारियां
कलेक्टर अजीत बसंत ने राज्य शासन के निर्देशानुसार राजस्व, खाद्य, कृषि और सहकारिता विभाग के अधिकारियों को शामिल कर जांच दल का गठन किया है। इन दलों को निर्देश दिए गए हैं कि वे धान खरीदी केंद्रों का निरीक्षण करें और इंस्टॉल ऐप के माध्यम से सभी डाटा ऑनलाइन अपलोड करें। धान और बारदाना के स्टॉक का तीन चरणों में होगा भौतिक सत्यापन
जांच दल के प्रमुख कार्य:
- धान और बारदाना स्टॉक का भौतिक सत्यापन।
- सत्यापन डाटा को डिजिटल प्लेटफॉर्म पर अपलोड करना।
- सत्यापन प्रक्रिया का रिपोर्ट जिला खाद्य कार्यालय में जमा करना।
पारदर्शिता और जवाबदेही का प्रयास
इस प्रक्रिया का उद्देश्य धान खरीदी प्रक्रिया में पारदर्शिता और जवाबदेही सुनिश्चित करना है। गिरदावरी सत्यापन के तहत यह कदम किसानों और सहकारी समितियों के लिए लाभकारी साबित होगा। धान और बारदाना के स्टॉक का तीन चरणों में होगा भौतिक सत्यापन