लीगल एम्बिट के महाराष्ट्र अध्यक्ष और विखरोली आरटीआई ह्यूमन राइट्स एक्टिविस्ट एसोसिएशन के प्रचार प्रमुख, आसिफ खान द्वारा उठाए गए उत्तर प्रदेश के एक संवेदनशील मामले पर मानवाधिकार आयोग ने सख्त कार्रवाई की है। इस मामले में सोनभद्र जिले की एक 14 वर्षीय बच्ची के साथ हुए दुष्कर्म और उसके बाद हुई मौत की घटना को लेकर आयोग ने पुलिस अधीक्षक, सोनभद्र को नोटिस जारी किया है।
मामला तब सामने आया जब पीड़िता के परिवार ने पहले डर और बदनामी के कारण घटना की सूचना नहीं दी थी। कथित तौर पर आरोपी शिक्षक, विशंभर, घटना के बाद से फरार है। बच्ची की तबीयत बिगड़ने पर उसे बनारस हिंदू विश्वविद्यालय अस्पताल, वाराणसी में भर्ती कराया गया था, जहां 17 अगस्त 2024 को 20 दिनों के इलाज के बाद उसकी मृत्यु हो गई।
आसिफ खान ने आयोग से इस मामले में न्याय और पीड़िता के परिवार को मुआवजा दिलाने की मांग की थी। आयोग ने इस पर संज्ञान लेते हुए पुलिस अधीक्षक, सोनभद्र को चार हफ्तों के भीतर कार्रवाई रिपोर्ट प्रस्तुत करने के लिए कहा है।
आशा की जा रही है कि इसी प्रकार अन्य जनहित के मामलों में भी एनजीओ और आयोग तत्परता से कार्य करते रहेंगे।