बिलासपुर l बिलासपुर के सीपत पुलिस ने महुआ शराब के अवैध कारोबार के आरोप में मोहरा निवासी श्रवण सूर्यवंशी (34) को 18 जनवरी को गिरफ्तार किया था। तत्कालीन थाना प्रभारी नरेश चौहान और प्रधान आरक्षक उमाशंकर राठौर ने श्रवण के पास से आठ लीटर शराब जब्त की थी। गिरफ्तारी के बाद श्रवण को जेल भेजा गया, जहां उसकी हालत बिगड़ने पर 19 जनवरी को सिम्स अस्पताल में भर्ती कराया गया। शाम को स्थिति में सुधार होने पर उसे फिर से जेल वापस लाया गया।बिलासपुर जेल में बंदी की मौत: परिजनों ने जेल अधिकारियों पर लगाए गंभीर आरोप
चोट और मौत का संदेह
20 जनवरी को श्रवण की हालत फिर से बिगड़ने पर जेल प्रहरियों ने उसे सिम्स में भर्ती कराया, जहां 21 जनवरी को उपचार के दौरान उसकी मौत हो गई। 22 जनवरी को सिम्स में पोस्टमार्टम किया गया, जिसकी रिपोर्ट में सिर पर चोट लगने की बात सामने आई है। हालांकि, यह स्पष्ट नहीं हो पाया है कि यह चोट सीपत थाने में लगी थी या जेल में।बिलासपुर जेल में बंदी की मौत: परिजनों ने जेल अधिकारियों पर लगाए गंभीर आरोप
परिजनों का आरोप और जांच की मांग
परिजनों ने जेल अधिकारियों पर गंभीर आरोप लगाते हुए मामले की निष्पक्ष जांच की मांग की है। जेल प्रबंधन के अनुसार, श्रवण को जेल लाते समय उसके सिर पर चोट थी। पुलिस अधिकारी मामले की जांच का हवाला देकर किसी भी तरह की टिप्पणी करने से बच रहे हैं।बिलासपुर जेल में बंदी की मौत: परिजनों ने जेल अधिकारियों पर लगाए गंभीर आरोप
मजिस्ट्रेट जांच और रिपोर्ट का खुलासा
इस मामले में प्रथम श्रेणी मजिस्ट्रेट ने जांच की है और पोस्टमार्टम रिपोर्ट में सिर की चोट को मौत का कारण बताया गया है। इस रिपोर्ट के वायरल होने के बाद परिजनों का आरोप और भी गंभीर हो गया है, जिससे इस घटना की गहन जांच की मांग उठ रही है।बिलासपुर जेल में बंदी की मौत: परिजनों ने जेल अधिकारियों पर लगाए गंभीर आरोप