PSLV-C61 मिशन अधूरा रह गया, तीसरे चरण में आई तकनीकी गड़बड़ी
ISRO को झटका, EOS-09 सैटेलाइट नहीं पहुंच सका कक्षा तक
🚀 तकनीकी समस्या बनी मिशन असफलता की वजह
भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (ISRO) का PSLV-C61 रॉकेट मिशन शनिवार को सफल नहीं हो सका। रॉकेट ने सफलतापूर्वक लॉन्चिंग की, लेकिन तीसरे चरण में तकनीकी बाधा आ गई, जिससे मिशन अधूरा रह गया।
ISRO के अध्यक्ष वी. नारायणन ने जानकारी दी कि रॉकेट के पहले और दूसरे चरण में सब कुछ सामान्य रहा, लेकिन तीसरे चरण के दौरान गड़बड़ी के कारण सैटेलाइट को उसकी तय कक्षा में स्थापित नहीं किया जा सका।PSLV-C61 मिशन अधूरा रह गया
🛰️ EOS-09: देश की निगरानी शक्ति को बढ़ाने वाला मिशन
इस मिशन के तहत EOS-09 (Earth Observation Satellite-09) को सूर्य समकालिक कक्षा (SSPO) में स्थापित किया जाना था।
EOS-09 को रिमोट सेंसिंग और सुरक्षा उद्देश्यों के लिए डिजाइन किया गया था, ताकि यह आतंकवाद विरोधी अभियानों, घुसपैठ, और संदिग्ध गतिविधियों की निगरानी कर सके।PSLV-C61 मिशन अधूरा रह गया
यह सैटेलाइट EOS-04 का अगला संस्करण था और इसका उद्देश्य था उपयोगकर्ता समुदाय को सटीक और नियमित डेटा उपलब्ध कराना।v
🔍 ISRO करेगी गहन विश्लेषण
ISRO प्रमुख ने बताया कि,
“तीसरे चरण के संचालन के दौरान एक तकनीकी बाधा आई, जिससे मिशन पूरा नहीं हो पाया। हम जल्द ही इस डेटा का विश्लेषण करेंगे और फिर इस मिशन को दोबारा शुरू करेंगे।”
ISRO की तकनीकी टीम अब लॉन्च प्रक्रिया के हर चरण की गहन जांच करेगी ताकि यह पता लगाया जा सके कि गड़बड़ी कहां और क्यों हुई और आने वाले मिशनों में इससे कैसे बचा जा सकता है।PSLV-C61 मिशन अधूरा रह गया
ISRO की प्रतिबद्धता अडिग
हालांकि यह मिशन सफल नहीं हो सका, लेकिन ISRO ने हमेशा की तरह यह दिखाया है कि हर असफलता अगली सफलता की नींव रखती है।
इसरो ने पहले भी कई बार तकनीकी चुनौतियों से सीखकर बड़ी उपलब्धियां हासिल की हैं, और इस बार भी यही उम्मीद है कि PSLV-C61 मिशन के सबक से भविष्य और बेहतर होगा।PSLV-C61 मिशन अधूरा रह गया