जनता परेशान, अफसर अनजान! रायपुर में हजारों शिकायतें धूल फांक रहीं, जानिए कहां है सबसे बुरा हाल

जनता परेशान, अफसर अनजान! रायपुर में हजारों शिकायतें धूल फांक रहीं, जानिए कहां है सबसे बुरा हाल
जनता परेशान, अफसर अनजान! , छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर के सरकारी दफ्तरों में आम आदमी की सुनवाई नहीं हो रही है। लोग अपनी समस्याओं के समाधान के लिए आवेदन तो दे रहे हैं, लेकिन अधिकारी उन पर कार्रवाई करने के बजाय फाइलों का ढेर लगा रहे हैं। पिछले आठ महीनों के आंकड़े इस सरकारी लापरवाही की गंभीर तस्वीर पेश करते हैं, जहां हजारों लोग अपने काम के लिए दफ्तरों के चक्कर काटने को मजबूर हैं।
शिकायतों का अंबार, कार्रवाई नदारद: क्या कहते हैं आंकड़े?
जनवरी से अगस्त तक के आंकड़ों के अनुसार, रायपुर के विभिन्न सरकारी विभागों में कुल 52,413 शिकायतें और आवेदन प्राप्त हुए। चिंता की बात यह है कि इनमें से 47,518 आवेदनों पर अब तक कोई भी कार्रवाई नहीं की गई है। ये मामले जस के तस लंबित पड़े हैं, जो सरकारी तंत्र की सुस्ती को उजागर करते हैं। वहीं, 3,471 आवेदनों को ठोस आधार न होने की बात कहकर निरस्त कर दिया गया है।जनता परेशान, अफसर अनजान!
रायपुर तहसील कार्यालय: लापरवाही का केंद्र
लंबित मामलों में रायपुर तहसील कार्यालय सबसे आगे है। यहां की स्थिति बेहद चिंताजनक है, जहां अकेले 10,807 मामले अटके पड़े हैं। इनमें से ज्यादातर मामले सीधे तौर पर आम आदमी की जमीन से जुड़े हुए हैं, जैसे:
नामांतरण (Mutation)
बटांकन (Demarcation)
मुआवजा (Compensation)
अवैध कब्जे से मुक्ति
इन महत्वपूर्ण मामलों के महीनों तक लटके रहने से लोगों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। इस सूची में आरंग तहसील दूसरे नंबर पर है, जहां 6,000 से अधिक मामले लंबित हैं।जनता परेशान, अफसर अनजान!
नगर निगम में भी हाल बेहाल, 90% से ज्यादा मामले लंबित
शहर की व्यवस्था संभालने वाले रायपुर नगर निगम का हाल भी कुछ अलग नहीं है। यहां पिछले 8 महीनों में प्राप्त कुल 6,408 आवेदनों में से 6,047 मामले लंबित हैं, यानी 90% से भी ज्यादा शिकायतों पर कोई कार्रवाई नहीं हुई। इससे साफ है कि शहरवासी अपनी बुनियादी समस्याओं के समाधान के लिए भी तरस रहे हैं।जनता परेशान, अफसर अनजान!
कहां-कहां परेशान हो रही है जनता?
यह समस्या केवल एक-दो कार्यालयों तक सीमित नहीं है। लापरवाही का यह आलम कई सरकारी दफ्तरों में फैला हुआ है, जिनमें प्रमुख हैं:
रायपुर तहसील
आरंग तहसील
तिल्दा तहसील
मंदिरहसौद तहसील
रायपुर नगर निगम
बिरगांव नगर निगम
नगर निगम के सभी जोन कार्यालय
आम आदमी की सुनवाई कब? चक्कर काटने को मजबूर लोग
ये आंकड़े सिर्फ संख्या नहीं, बल्कि उन हजारों लोगों की परेशानी को दर्शाते हैं जो एक छोटे से काम के लिए बार-बार सरकारी दफ्तरों की चौखट पर दस्तक दे रहे हैं। जब अफसरशाही इस कदर लापरवाह हो जाए तो सवाल उठता है कि आखिर आम आदमी की सुनवाई कब और कैसे होगी?जनता परेशान, अफसर अनजान!









