बिहार में ‘भारत जोड़ो’ की तर्ज पर राहुल गांधी की ‘वोट राइट्स यात्रा’, तेजस्वी भी थामेंगे हाथ

पटना: बिहार में ‘भारत जोड़ो’ की तर्ज पर राहुल गांधी की ‘वोट राइट्स यात्रा’, तेजस्वी भी थामेंगे हाथ, ‘भारत जोड़ो यात्रा’ की सफलता के बाद कांग्रेस नेता राहुल गांधी एक बार फिर सड़कों पर उतरने के लिए तैयार हैं। इस बार उनकी मंजिल बिहार है, जहां वह रविवार से 1300 किलोमीटर लंबी ‘वोट राइट्स यात्रा’ का आगाज करेंगे। यह 16-दिवसीय यात्रा रोहतास जिले के सासाराम से शुरू होगी और राज्य के लगभग 25 जिलों से होकर गुजरेगी। इस अभियान को बिहार में विपक्षी महागठबंधन की चुनावी तैयारियों का एक बड़ा शक्ति प्रदर्शन माना जा रहा है, जिसमें राहुल गांधी के साथ RJD नेता तेजस्वी प्रसाद यादव, वाम दलों और VIP के नेता भी कदम मिलाते नजर आएंगे।
क्यों हो रही है यह यात्रा? मतदाताओं के अधिकार हैं केंद्र में
इस यात्रा का मुख्य उद्देश्य आगामी चुनावों से पहले मतदाताओं के अधिकारों की आवाज को बुलंद करना है। बिहार कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष और राज्यसभा सांसद अखिलेश प्रसाद सिंह ने बताया कि यात्रा का तात्कालिक कारण SIR (विशेष जांच रिपोर्ट) प्रक्रिया के दौरान मतदाता सूची से लगभग 20% मतदाताओं के नाम कथित रूप से हटाए जाने की तैयारी है। उन्होंने आरोप लगाया, “इस गंभीर मुद्दे पर भाजपा और जदयू ने चुप्पी साध रखी है, जबकि हमने इस पर देशभर में चिंता व्यक्त की है।” यह यात्रा इसी मुद्दे को लेकर जनता को जागरूक करने का एक बड़ा प्रयास है। बिहार में ‘भारत जोड़ो’ की तर्ज पर राहुल गांधी की ‘वोट राइट्स यात्रा’
गरीबों, दलितों और किसानों के मुद्दे भी उठेंगे
अखिलेश प्रसाद सिंह के अनुसार, यह यात्रा केवल मतदाता अधिकारों तक ही सीमित नहीं रहेगी। राहुल गांधी इस अभियान के माध्यम से गरीबों, महिलाओं, दलितों और किसानों से जुड़े मुद्दों को भी प्रमुखता से उठाएंगे। उन्होंने दावा किया, “बिहार की जनता मौजूदा नेतृत्व से पूरी तरह निराश हो चुकी है और यह यात्रा उनके असंतोष को एक मंच प्रदान करेगी। हमें विश्वास है कि जनता इस पहल से जुड़ेगी और बिहार में महागठबंधन की सरकार बनेगी।” बिहार में ‘भारत जोड़ो’ की तर्ज पर राहुल गांधी की ‘वोट राइट्स यात्रा’
महागठबंधन की एकता और राजनीतिक हलचल
कांग्रेस को इस यात्रा के लिए प्रशासन से सभी जरूरी अनुमतियां मिल चुकी हैं। राहुल गांधी इस दौरान हेलीकॉप्टर का भी इस्तेमाल करेंगे, लेकिन यात्रा का मुख्य जोर पदयात्रा और रोड शो के जरिए सीधे जनता से संवाद स्थापित करने पर होगा। यह यात्रा केवल कांग्रेस का कार्यक्रम न होकर, विपक्षी महागठबंधन की संयुक्त ताकत का प्रदर्शन होगी। केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह की टिप्पणियों को खारिज करते हुए अखिलेश सिंह ने कहा कि उनकी बातों को गंभीरता से लेने की जरूरत नहीं है। बिहार में ‘भारत जोड़ो’ की तर्ज पर राहुल गांधी की ‘वोट राइट्स यात्रा’
राजनीतिक विशेषज्ञों का मानना है कि राहुल गांधी के इस सीधे जनसंपर्क अभियान से बिहार की राजनीति में एक नई हलचल पैदा होगी। यह न केवल महागठबंधन के कार्यकर्ताओं में जोश भरेगा, बल्कि चुनावी माहौल को भी गरमा देगा। बिहार में ‘भारत जोड़ो’ की तर्ज पर राहुल गांधी की ‘वोट राइट्स यात्रा’









