रायपुर आयुर्वेदिक कॉलेज यौन उत्पीड़न मामला: विधानसभा में गूंजा सवाल, जल्द होगी कार्रवाई
रायपुर। छत्तीसगढ़ विधानसभा के प्रश्नकाल में रायपुर आयुर्वेदिक कॉलेज में 2018 में हुए यौन उत्पीड़न मामले को लेकर मंगलवार को जोरदार बहस हुई।
विधायक भावना बोहरा ने इस मुद्दे को उठाते हुए सरकार से आरोपी प्रभारी प्राचार्य डॉ. जी. आर. चतुर्वेदी पर अब तक की गई कार्रवाई का जवाब मांगा।रायपुर आयुर्वेदिक कॉलेज यौन उत्पीड़न मामला
विधायक ने सरकार से पूछे कड़े सवाल
🗣️ भावना बोहरा ने कहा कि डॉ. जी. आर. चतुर्वेदी पर महिला प्रोफेसर के साथ अभद्र भाषा और गाली-गलौज करने के आरोप लगे थे, लेकिन आज तक ठोस कार्रवाई नहीं हुई।
🛑 उन्होंने यह भी सवाल किया कि इस मामले की जांच कर रही विशाखा कमेटी की सदस्य सरोज परहमे को अचानक क्यों हटाया गया?
सरकार ने दिया जवाब, तीन दिन में कार्रवाई का वादा
💬 इस पर स्वास्थ्य मंत्री श्यामबिहारी जायसवाल ने जवाब देते हुए कहा कि –
✅ यह घटना बेहद दुर्भाग्यजनक है और इसमें सुप्रीम कोर्ट के निर्देशों का पालन किया जाएगा।
✅ तीन दिनों के भीतर मामले में ठोस कार्रवाई होगी।
महिला आयोग ने भी लिया था संज्ञान
⚖️ इस मामले को लेकर छत्तीसगढ़ राज्य महिला आयोग ने भी जांच की थी।
📌 तत्कालीन अध्यक्ष डॉ. हर्षिता पांडेय के निर्देश पर चार सदस्यीय जांच समिति गठित की गई थी।
📌 जांच के बाद डॉ. जी. आर. चतुर्वेदी को निलंबित कर दिया गया था, लेकिन अब तक कोई ठोस निर्णय नहीं लिया गया।
क्या है पीड़िता की मांग?
🚨 पीड़िता और महिला संगठनों ने सरकार से जल्द न्याय दिलाने और दोषियों पर सख्त कार्रवाई करने की मांग की है।
📢 विधायक भावना बोहरा ने भी सरकार से इस मामले में त्वरित निर्णय लेने और न्याय सुनिश्चित करने की अपील की।
अब क्या होगा?
🔎 आने वाले तीन दिनों में सरकार इस मामले में क्या कार्रवाई करती है, इस पर सबकी नजरें टिकी हैं।
🚔 यौन उत्पीड़न के इस गंभीर मामले में यदि न्याय नहीं मिला तो महिला संगठनों द्वारा बड़े स्तर पर विरोध प्रदर्शन किए जाने की संभावना है।