रायपुर। आरोपियो को जेल इसलिए भेजा जाता है कि ताकि वे जेल में रहकर अपनी गलतिया सुधार सके और दोबारा किसी प्रकार का अपराध न करें। लेकिन जेल प्रबंधन ही कैदियों का साथ देने लगे तो कैदियों का क्या कहना? ऐसे में कैदी सुधारने की बजाए जेल को ही अपना घर समझने लग जाता है जहा उनके किसी प्रकार का दर नहीं फहरा है। खासकर तब जब जेल के कर्मचारी उनके सुविधाओं का ख्याल रखने लगे तो, भला कैसे कोई कैदी सुधरेगा। दरअसल, छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर से एक ऐसा वीडियो सामने आया है, जो जेल प्रबंधन की घोर लापरवाही को बयां कर रही है। वीडियो में रायपुर सेंट्रल जेल (Raipur Central Jail) में सजा काट रहा एक कैदी बाहर घूमता दिखाई दे रहा है। इतना ही नहीं जेल प्रहरी द्वारा उस कैदी को VIP सुविधा देते देखा गया है।
कैदी राकेश बैस जांच के नाम पर आया था मेकाहारा अस्पताल
वीडियो में कैदी और धोखाधड़ी का आरोपी राकेश बैस नाश्ता सेंटर और पान ठेले पर घूमता दिखाई दे रहा है। जेल प्रहरी को आरोपी की कोई चिंता ही नहीं है। वो आराम से उसे लेकर आता और वैसे ही आराम से उसे लेकर जाता है। जानकारी के मुताबिक जांच के नाम पर आरोपी राकेश बैस को मेकाहारा अस्पताल लाया गया था। आरोपित राकेश बैस और जेल प्रहरी आराम से बाहर घूमते दिखाई दे रहे हैं। बता दें कि डीडी नगर थाना में आरोपित राकेश बैस पर 50 लाख रुपए से ज्यादा की धोखाधड़ी का अपराध दर्ज है। इतना ही नहीं आरोपी राकेश बैस डीडी नगर थाना का पुराना हिस्ट्रीशीटर है।
इस मामले में जेल अधीक्षक एसएस तिग्गा को फोन कर जब जानकारी लेनी चाही गई तो उन्होंने पूरा मामला सुनने के बाद तुरंत फोन काट दिया। जवाब देने से वह बचते नजर आ रहे है।