आरोप की शुरुआत
रायपुर: रामा बिल्डर्स के मालिक राजेश अग्रवाल पर फर्जी तरीके से जमीन खरीदने और कब्जा करने का गंभीर आरोप लगा है। यह मामला सुप्रीम कोर्ट तक पहुंच चुका है और इस पर न्यायिक हस्तक्षेप हुआ है। जमीन के विवाद में तीसरी पार्टी का नाम सामने आया है, जो रामा बिल्डर्स के मालिक राजेश अग्रवाल हैं। रामा बिल्डर्स ने फर्जी तरीके से खरीदी जमीन, राजेश अग्रवाल पर गंभीर आरोप
जमीन का मामला
यह मामला रायपुर के मोवा स्थित 0.704 हेक्टेयर जमीन का है। इस जमीन को खरीदने का सौदा कांग्रेस नेता आसिफ मेमन और नूर बेगम के बीच 2018 में हुआ था।
- सौदा राशि: 3 करोड़ 9 लाख 76 हजार रुपए।
- रजिस्ट्री की तारीख: 26 जून 2018।
- चेक बाउंस: आसिफ द्वारा दिए गए सातों चेक बाउंस हो गए, जिसके बाद नूर बेगम ने आसिफ मेमन के खिलाफ धोखाधड़ी का केस दर्ज कराया। रामा बिल्डर्स ने फर्जी तरीके से खरीदी जमीन, राजेश अग्रवाल पर गंभीर आरोप
रामा बिल्डर्स की भूमिका
नूर बेगम ने 14 जुलाई 2024 को कोर्ट में याचिका दाखिल की, जिसके बाद 18 जुलाई 2024 को राजेश अग्रवाल ने इस जमीन को खरीद लिया।
- सुप्रीम कोर्ट ने इस जमीन के हस्तांतरण पर रोक लगा दी है।
- नूर बेगम ने आरोप लगाया है कि आसिफ मेमन और राजेश अग्रवाल मिलकर इस जमीन पर कब्जा करने की कोशिश कर रहे हैं। रामा बिल्डर्स ने फर्जी तरीके से खरीदी जमीन, राजेश अग्रवाल पर गंभीर आरोप
जमीन पर कब्जे की कोशिश
नूर बेगम के अनुसार, 40-50 लोगों ने जबरन जमीन पर घुसकर बाउंड्री वॉल तोड़ दी। इसके बाद पुलिसकर्मियों ने नूर बेगम की भतीजी आयशा को धमकाया और मारपीट की। नूर बेगम ने इस मामले में पुलिस और महिला आयोग से शिकायत की। रामा बिल्डर्स ने फर्जी तरीके से खरीदी जमीन, राजेश अग्रवाल पर गंभीर आरोप
नूर बेगम की सुरक्षा की मांग
नूर बेगम ने अदालत से पुलिस सुरक्षा की मांग की है और दोषी पुलिसकर्मियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है। साथ ही उन्होंने आसिफ मेमन और राजेश अग्रवाल के खिलाफ भी कड़ी कार्रवाई की अपील की है। रामा बिल्डर्स ने फर्जी तरीके से खरीदी जमीन, राजेश अग्रवाल पर गंभीर आरोप