रमजान 2024: चांद नजर आया, 2 मार्च से पहला रोजा, आज होगी पहली तरावीह की नमाज
रायपुर। रमजान का पाक महीना शुरू होने जा रहा है। देशभर में 2 मार्च को पहला रोजा रखा जाएगा और आज रात से मस्जिदों में तरावीह की नमाज अदा की जाएगी। राजधानी रायपुर समेत पूरे देश में रमजान का चांद नजर आने की पुष्टि हो गई है। चांद नजर आया
रमजान: सबसे पवित्र और बरकतों भरा महीना
🔹 इस्लाम धर्म में रमजान का महीना सबसे पवित्र माना जाता है।
🔹 इस महीने में मुसलमान पूरे दिन उपवास (रोजा) रखते हैं और अल्लाह की इबादत में समय बिताते हैं।
🔹 रमजान 29 या 30 दिनों तक चलता है, इसके बाद ईद-उल-फितर का त्योहार मनाया जाता है।
🔹 इस महीने को गुनाहों की माफी का महीना कहा जाता है, क्योंकि इसी महीने में पवित्र कुरान का अवतरण (नाजिल) हुआ था।
रमजान की तैयारियां जोरों पर, बाजारों में रौनक
✅ रमजान शुरू होते ही बाजारों में खरीदारी का सिलसिला तेज हो गया है।
✅ लोग सहरी और इफ्तार की तैयारियों के लिए जरूरी सामान जुटा रहे हैं।
✅ बाजारों में फैनी, सेवईं, खजूर और ड्राई फ्रूट्स की मांग बढ़ गई है।
✅ कपड़े, जूते, साड़ियां और आभूषणों की खरीदारी भी जोरों पर है।
मस्जिदों में होगी विशेष तरावीह नमाज
📌 रात में ईशा की नमाज के बाद तरावीह की नमाज पढ़ी जाएगी।
📌 रमजान में मस्जिदों को रोशनी और सजावट से चमका दिया गया है।
📌 पूरे महीने मुस्लिम समुदाय के लोग अल्लाह की इबादत में समय बिताएंगे।
रोजा रखने के फायदे: वैज्ञानिक दृष्टिकोण
रोजा न केवल आध्यात्मिक बल्कि वैज्ञानिक रूप से भी शरीर के लिए फायदेमंद है।
💡 ल्यूक कॉउटिन्हो (प्रसिद्ध लाइफस्टाइल कोच) के अनुसार:
✔️ शुष्क उपवास (Dry Fasting) शरीर की सफाई और डिटॉक्स में मदद करता है।
✔️ रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाता है और वजन घटाने में सहायक है।
✔️ कैंसर, ट्यूमर और अन्य बीमारियों से बचाव करता है।
✔️ त्वचा की कोशिकाओं को पुनर्जीवित करता है, जिससे व्यक्ति अधिक युवा और ऊर्जावान महसूस करता है।
✔️ पाचन तंत्र को सुधारता है और शरीर में अच्छे बैक्टीरिया की संख्या बढ़ाता है।
रोजा और नमाज की अहम दुआएं
📿 रोजा रखने की दुआ:
“और इस दिन तुम रमजान के शहर में प्रवेश करोगे।”
📿 रोजा खोलने की दुआ (इफ्तार की दुआ):
“अल्लाहुम्मा इन्नी लका सुमातु, वा-बीका अमन्तु, वा-अलैका तवक्कल्तु, वा- अला रिज़्क़िका अफ़्तार्तु”
📿 दुआ ए क़ुनूत:
“अल्लाह हुम्मा इन्ना नस्ता इनुका वा नस्तगफिरुक़ा वा नु’आ मिनु बीका वा नतावक्कलु अलैका वा नुस्नी अलैकाल ख़ैर…”
📿 सफर की दुआ:
“सुभानअल्लाहजी सख़्ख़-र-लाना हाज़ा वामा कुन्ना लाहु मुकरिनिन, वा इन्ना इला रब्बीना लामुनकलि”
📢 रमजान की मुबारकबाद! क्या आप भी इस बार रोजे रख रहे हैं? हमें कमेंट में बताएं! ⬇️