
कोरबा/कटघोरा: कोरबा में जमीन पर घमासान: दशहरा के अपमान का बदला? कटघोरा नगर पालिका क्षेत्र में एक जमीन का विवाद अब व्यक्तिगत रंजिश और आरोपों के बवंडर में घिर गया है। वार्ड क्रमांक 15 की एक कथित सरकारी जमीन पर अतिक्रमण की शिकायत ने ऐसा तूल पकड़ा है कि अब यह मामला सिर्फ जमीन का नहीं, बल्कि मान-अपमान और पुरानी दुश्मनी का बनता जा रहा है। एक तरफ जहां पूर्व पार्षद ने शासकीय भूमि पर कब्जे का आरोप लगाया है, वहीं दूसरी ओर भूस्वामियों ने इसे झूठी शिकायत और छवि धूमिल करने की साजिश करार दिया है, जिसकी जड़ें पिछले दशहरा में हुए एक विवाद से जुड़ी हैं।
क्या है पूरा विवाद?


यह मामला कटघोरा के वार्ड 15 में स्थित खसरा नंबर 71/1 और 71/2 की जमीन से जुड़ा है। भूस्वामी अनिल अग्रवाल और चंदन बघेल का दावा है कि उन्होंने पिछले साल इस जमीन का विधिवत पंजीयन कराया था। चूंकि जमीन गड्ढे वाली थी, इसलिए उन्होंने पर्यावरण विभाग से अनुमति लेकर उसे राखड़ से पाटने का काम शुरू किया। उनका कहना है कि यह कार्य पूरी तरह से उनकी निजी (लगानी) भूमि पर हो रहा है, न कि किसी सरकारी जमीन पर।कोरबा में जमीन पर घमासान: दशहरा के अपमान का बदला?
इसके विपरीत, पूर्व पार्षद शरद गोयल ने इस पर शासकीय भूमि पर अतिक्रमण करने की शिकायत दर्ज कराई है। इसी शिकायत के बाद पूरा मामला गरमा गया है और सोशल मीडिया पर भी इसकी खूब चर्चा हो रही है।कोरबा में जमीन पर घमासान: दशहरा के अपमान का बदला?
शिकायत के पीछे ‘दशहरे का अपमान’?
इस मामले में सबसे चौंकाने वाला मोड़ तब आया जब भूस्वामियों ने इस शिकायत को व्यक्तिगत रंजिश का परिणाम बताया। आरोपों के अनुसार, इस रंजिश की जड़ पिछले दशहरा के एक सांस्कृतिक कार्यक्रम से जुड़ी है। भूस्वामियों का कहना है कि उस कार्यक्रम में एक कांग्रेसी नेता ने मंच से शरद गोयल को उतार दिया था और उनके साथ कथित तौर पर गाली-गलौज भी की थी। उस वक्त वहां मौजूद लोगों ने, जिसमें वे भी शामिल थे, बीच-बचाव नहीं किया।कोरबा में जमीन पर घमासान: दशहरा के अपमान का बदला?
भूस्वामियों का आरोप है कि शरद गोयल उसी बात का बदला लेने के लिए अब यह झूठी शिकायत करके उनकी छवि खराब करने की कोशिश कर रहे हैं। उन्होंने शरद गोयल के फेसबुक स्टेटस का भी हवाला दिया, जिससे उनकी मंशा जाहिर होती है।कोरबा में जमीन पर घमासान: दशहरा के अपमान का बदला?
प्रशासनिक कार्रवाई और जांच का दौर
शिकायत मिलने के बाद तहसीलदार, पोड़ी-उपरोड़ा ने भूस्वामियों को नोटिस जारी कर जवाब तलब किया है। जवाब में भूस्वामियों ने नगर पालिका से प्राप्त अनापत्ति प्रमाण पत्र (NOC) और पर्यावरण विभाग से मिली अनुमति की प्रतियां संलग्न की हैं।कोरबा में जमीन पर घमासान: दशहरा के अपमान का बदला?
फिलहाल, यह मामला जांच के दायरे में है। एक तरफ अतिक्रमण की गंभीर शिकायत है, तो दूसरी तरफ व्यक्तिगत दुश्मनी साधने का संगीन आरोप। अब यह तो प्रशासनिक जांच के बाद ही साफ हो पाएगा कि शिकायत में कितना दम है और क्या वाकई यह “शिकायत का खेल” किसी पुरानी रंजिश का नतीजा है।कोरबा में जमीन पर घमासान: दशहरा के अपमान का बदला?









