तत्व दर्शी परम ज्ञानी संत रामपाल जी महाराज भगवान के शिष्य कर रहे है अध्यात्मी ज्ञान का प्रचार – प्रसार उन्होंने कहे रोचक बाते
बालोद:- सन्तो में शिरोमणि सन्त रामपाल जी महाराज के अनमोल ज्ञान है मानव जीवन 84 लाख योनियों में भटकने के बाद मिला है इसका सदुपयोग करना अति आवश्यक है इस धार्मिक कार्य का हिस्सा बने सैकड़ों अनुयाई दिन भर शांति और अनुशासन बनाकर आम व्यक्ति को मानव जीवन का परम उद्देश्य समझाते रहे और पुस्तक वितरित करते रहे छत्तीसगढ़ के दुर्ग जिले की है जहां एक ऐसे सन्त के अनुयायी पुस्तक को गली गली, घर घर श्रद्धालुओं को देते दिखाई दिए जिसका सर्व ज्ञान शास्त्रो पर ही आधारित है बताया जा रहा था उन पुस्तको में सन्त जी ने अपनी तरफ से कुछ भी नहीं लिखा सब शास्त्रो से प्रमाणित किया हुआ था मौजूद सेवादार का कहना है कि मानव जीवन में एक पल का भरोसा नहीं कब अंतिम दिन आ जाये इसलिए वक्त रहते सत भगति करना चाहिए और हर पल भगवान को याद करने से आपको संसार की जरूरत के हर सुख भी प्रदान करेगा और सतभगति शास्त्रों के अनुसार करने से वे आपको मोक्ष भी प्रदान करेगा इसलिए सतगुरु की शरण में जाओ सन्त रामपाल जी महाराज जी ही सन्तो में शिरोमणि है जो शास्त्रों के आधार पर भगति बता रहे आज के समय में पृथ्वी पर उनके बराबर सन्त नहीं और किसी के पास ज्ञान देखने को नहीं मिला धार्मिक व्यक्तियों ने इस अनमोल ज्ञान को समझकर पुस्तके लीये सेवा में उपस्थित सेवादारों का कहना था कि ये उनकी सेवा है और छुट्टी के दिन का सदुपयोग है सेवा दिन भर चलती रही।