सरदारशहर, राजस्थान: सरदारशहर तहसील के नागरिकों ने बरसात के मौसम के दौरान गंभीर जलभराव की समस्या पर ध्यान आकर्षित करते हुए प्रशासन से तत्काल और प्रभावी कदम उठाने की मांग की है। राष्ट्रीय अपराध जांच ब्यूरो के जिला निर्देशक संपत सिंह राजपुरोहित ने इस मुद्दे को गंभीरता से लेते हुए जिला कलेक्टर, एसडीएम, नगर परिषद आयुक्त और सभापति को एक पत्र भेजा है।सरदारशहर में जलभराव की समस्या: संपत सिंह राजपुरोहित ने प्रशासन से त्वरित समाधान की अपील की
संपत सिंह राजपुरोहित ने पत्र में बताया कि मेगा हाईवे महाविद्यालय के सामने, बीकानेर रोड कृषि मंडी के आगे, गौशाला बास, सूर्य मंदिर के पीछे गणेश मंदिर के पास, और राम मंदिर, टांटिया कुआं और मीणा का कुआं जैसे प्रमुख क्षेत्रों में हर साल बरसात के दौरान गंभीर जलभराव हो जाता है। इस जलभराव के कारण सड़कों पर पानी भर जाता है, जिससे यातायात प्रभावित होता है और स्थानीय निवासियों को गंभीर कठिनाइयों का सामना करना पड़ता है। कई बार यह स्थिति जान-माल के नुकसान का कारण भी बन जाती है।
संपत सिंह राजपुरोहित ने सुप्रीम कोर्ट के आदेशों का हवाला देते हुए प्रशासन से जल निकासी व्यवस्था में त्वरित सुधार की अपील की है। सुप्रीम कोर्ट ने पहले भी प्रशासन को नागरिकों की सुरक्षा और बुनियादी सुविधाओं के प्रबंधन के लिए स्पष्ट निर्देश दिए हैं। उन्होंने नालों की नियमित सफाई, जल निकासी प्रणालियों की मरम्मत और अन्य आवश्यक सुधारों को प्राथमिकता देने की मांग की है।
स्थानीय नागरिकों ने भी इस मुद्दे पर प्रशासन से तत्परता और गंभीरता से कार्रवाई की उम्मीद जताई है। उनका कहना है कि जलभराव की समस्याओं का समाधान सुनिश्चित करने से न केवल उनकी जीवन की गुणवत्ता में सुधार होगा, बल्कि प्रशासन की छवि में भी सकारात्मक बदलाव आएगा।
नागरिकों का कहना है कि प्रशासन की त्वरित और प्रभावी कार्रवाई से बरसात के मौसम में होने वाली परेशानियों को कम किया जा सकता है, जिससे सरदारशहर में सुरक्षित और सुव्यवस्थित जीवन संभव हो सकेगा।