पूर्व मंत्री चौबे पर कांग्रेस में घमासान! वरिष्ठ नेता ने खड़गे से की कार्रवाई की मांग

पूर्व मंत्री चौबे पर कांग्रेस में घमासान! वरिष्ठ नेता ने खड़गे से की कार्रवाई की मांग, छत्तीसगढ़ कांग्रेस में इन दिनों पूर्व मंत्री रविंद्र चौबे को लेकर बवाल मचा हुआ है। बस्तर के वरिष्ठ कांग्रेस नेता उमाशंकर शुक्ला ने चौबे की बयानबाजी को पार्टी विरोधी और अनुशासनहीनता बताते हुए कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे को पत्र लिखकर तत्काल कार्रवाई की मांग की है।
पीसीसी अध्यक्ष पर बयानबाजी से आहत कांग्रेस
उमाशंकर शुक्ला ने रविंद्र चौबे द्वारा पीसीसी अध्यक्ष दीपक बैज को लेकर की जा रही टिप्पणियों पर कड़ी आपत्ति जताई है। शुक्ला का कहना है कि चौबे का यह रवैया पार्टी के भीतर मतभेद पैदा कर रहा है और अनुशासनहीनता की श्रेणी में आता है। उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि ऐसे बयानों से पार्टी की छवि धूमिल होती है।पूर्व मंत्री चौबे पर कांग्रेस में घमासान!
चौबे परिवार की परंपरागत सीट और राजनीतिक सफर
उमाशंकर शुक्ला ने अपने पत्र में रविंद्र चौबे के राजनीतिक सफर का भी जिक्र किया। उन्होंने बताया कि चौबे दुर्ग जिले के साजा क्षेत्र से विधायक रहे हैं और भूपेश बघेल सरकार में कृषि एवं पशुधन विकास मंत्री भी रह चुके हैं। 2008 से 2013 तक वे नेता प्रतिपक्ष भी रहे। साजा विधानसभा सीट चौबे परिवार की परंपरागत सीट मानी जाती है, जहां उनके पिता, माता और बड़े भाई भी प्रतिनिधित्व कर चुके हैं। शुक्ला ने इस बात पर जोर दिया कि विधायक या मंत्री किसी विशेष जाति या धर्म का नहीं, बल्कि पूरे क्षेत्र और प्रदेश की जनता का प्रतिनिधि होता है।पूर्व मंत्री चौबे पर कांग्रेस में घमासान!
“रमन सिंह से लेते थे मासिक लेवी,” चौबे पर गंभीर आरोप
उमाशंकर शुक्ला ने रविंद्र चौबे पर एक बेहद गंभीर आरोप लगाया है। उन्होंने दावा किया कि चौबे तत्कालीन भाजपा सरकार के मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह से मासिक लेवी लेते थे और महत्वपूर्ण मुद्दों से किनारा कर लेते थे। शुक्ला ने यह भी कहा कि मंत्री बनने के बाद भी चौबे ने कभी पूरे प्रदेश का भ्रमण नहीं किया और केवल स्वार्थ हित के लिए काम किया।पूर्व मंत्री चौबे पर कांग्रेस में घमासान!
संगठन और कार्यकर्ताओं की भावना से अनभिज्ञ चौबे?
शुक्ला ने अपने पत्र में यह भी उल्लेख किया है कि रविंद्र चौबे को न तो संगठन का ज्ञान है और न ही प्रदेश के कांग्रेस कार्यकर्ताओं की भावनाओं की जानकारी है। इसलिए उनके द्वारा संगठन के संबंध में की गई बातों को गंभीरता से नहीं लेना चाहिए। उन्होंने खड़गे से ऐसे व्यक्ति के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने का आग्रह किया है जो पार्टी के हित से ऊपर अपने व्यक्तिगत हितों को रखता है।पूर्व मंत्री चौबे पर कांग्रेस में घमासान!
आगे क्या होगा?
अब देखना यह होगा कि कांग्रेस आलाकमान इस पत्र पर क्या एक्शन लेता है। क्या रविंद्र चौबे के खिलाफ कोई अनुशासनात्मक कार्रवाई होगी या यह मामला ऐसे ही ठंडा पड़ जाएगा? यह घटना छत्तीसगढ़ कांग्रेस के भीतर चल रहे मतभेदों को उजागर करती है और आगामी चुनावों से पहले पार्टी के लिए एक चुनौती बन सकती है।पूर्व मंत्री चौबे पर कांग्रेस में घमासान!









