बिलासपुर में मुआवजा हड़पने का सनसनीखेज मामला: जहर से मौत को बताया सर्पदंश, डॉक्टर-वकील समेत परिजनों पर FIR
बिलासपुर (छत्तीसगढ़): छत्तीसगढ़ के बिलासपुर जिले में सरकारी मुआवजे की रकम हड़पने के लिए एक सनसनीखेज फर्जीवाड़े का पर्दाफाश हुआ है। यहां एक व्यक्ति की मौत वास्तव में जहर खाने से हुई थी, लेकिन पोस्टमार्टम रिपोर्ट में इसे सर्पदंश का मामला बताकर मृतक के परिजनों को 3 लाख रुपये का मुआवजा दिला दिया गया। मामला उजागर होने के बाद पुलिस ने इस धोखाधड़ी में शामिल एक वकील, एक डॉक्टर और मृतक के परिजनों के खिलाफ भारतीय दंड संहिता की धारा 420 (धोखाधड़ी) समेत अन्य संबंधित धाराओं के तहत आपराधिक प्रकरण दर्ज कर लिया है।बिलासपुर में मुआवजा हड़पने का सनसनीखेज मामला
एसपी ने किया पूरे मामले का खुलासा
बिलासपुर के पुलिस अधीक्षक (एसपी) श्री रजनेश सिंह ने इस पूरे मामले का खुलासा करते हुए बताया कि यह सामाजिक सुरक्षा निधि के दुरुपयोग का एक गंभीर प्रकरण है। उन्होंने बताया कि हाल के दिनों में बिलासपुर में सर्पदंश से मौत के मामलों में वृद्धि देखी गई थी। इसी के चलते जब सर्पदंश के मामलों की बारीकी से जांच की जा रही थी, तब यह चौंकाने वाला मामला सामने आया।बिलासपुर में मुआवजा हड़पने का सनसनीखेज मामला
जहर खाने से हुई थी मौत, पोस्टमार्टम रिपोर्ट में हेरफेर
एसपी ने बताया कि कुछ दिन पहले एक व्यक्ति ने जहर का सेवन कर लिया था, जिसके बाद उसे गंभीर हालत में सिम्स (छत्तीसगढ़ आयुर्विज्ञान संस्थान) अस्पताल में भर्ती कराया गया था। इलाज के दौरान दो दिन बाद उसकी मृत्यु हो गई थी। नियमानुसार, मृत्यु के बाद उसका पोस्टमार्टम किया गया। लेकिन, पोस्टमार्टम रिपोर्ट में मौत का कारण सर्पदंश बताया गया, जबकि प्रारंभिक जांच और अस्पताल के रिकॉर्ड कुछ और ही कहानी बयां कर रहे थे।बिलासपुर में मुआवजा हड़पने का सनसनीखेज मामला
पुलिस की गहन जांच में हुआ फर्जीवाड़े का पर्दाफाश
जब पुलिस ने इस मामले की गहराई से जांच की और अस्पताल के दस्तावेजों, इलाज के विवरण और अन्य साक्ष्यों का मिलान किया, तो पूरे फर्जीवाड़े की परतें खुलने लगीं। जांच में यह बात स्पष्ट हो गई कि मौत जहर खाने से हुई थी, लेकिन मुआवजा राशि प्राप्त करने के लिए पोस्टमार्टम रिपोर्ट में जानबूझकर हेरफेर किया गया और मौत का कारण सर्पदंश दर्शाया गया।बिलासपुर में मुआवजा हड़पने का सनसनीखेज मामला
वकील, डॉक्टर और परिजन धोखाधड़ी में शामिल
पुलिस जांच में यह भी सामने आया कि इस पूरे फर्जीवाड़े में एक वकील, पोस्टमार्टम करने वाले डॉक्टर और मृतक के परिजन कथित रूप से शामिल थे। इन सभी ने मिलकर साजिश रची और सरकारी योजना का दुरुपयोग कर मुआवजा राशि हड़पने का प्रयास किया।बिलासपुर में मुआवजा हड़पने का सनसनीखेज मामला
धारा 420 के तहत मामला दर्ज, कार्रवाई जारी
पुलिस ने इस मामले में संलिप्त वकील, डॉक्टर और मृतक के परिजनों के खिलाफ धारा 420 (धोखाधड़ी) और अन्य सुसंगत धाराओं के तहत अपराध पंजीबद्ध कर लिया है। पुलिस अधिकारियों का कहना है कि मामले की विवेचना जारी है और दोषियों के खिलाफ सख्त कानूनी कार्रवाई की जाएगी। इस घटना ने सरकारी योजनाओं में पारदर्शिता और निगरानी की आवश्यकता को एक बार फिर उजागर किया है।बिलासपुर में मुआवजा हड़पने का सनसनीखेज मामला