रायपुर की विशेष अदालत में याचिका दाखिल पूर्व महाधिवक्ता सतीश चंद्र वर्मा ने नान घोटाला मामले में ईओडब्ल्यू-एसीबी द्वारा दर्ज एफआईआर के खिलाफ रायपुर की विशेष अदालत में अग्रिम जमानत याचिका दायर की है। इस मामले पर बुधवार को सुनवाई संभावित है। यह मामला छत्तीसगढ़ के बड़े भ्रष्टाचार मामलों में से एक माना जा रहा है। पूर्व महाधिवक्ता सतीश चंद्र वर्मा की अग्रिम जमानत याचिका: नान घोटाले में पूर्व IAS अधिकारियों पर भी गंभीर आरोप
क्या है नान घोटाले का पूरा मामला?
छत्तीसगढ़ में हुए बहुचर्चित नान घोटाले के मामले में ईओडब्ल्यू-एसीबी ने पूर्व आईएएस अधिकारी अनिल टुटेजा, आलोक शुक्ला और पूर्व महाधिवक्ता सतीश चंद्र वर्मा के खिलाफ भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम, 1988 और संशोधित अधिनियम 2018 के तहत गंभीर धाराओं में एफआईआर दर्ज की है। इस कार्रवाई का आधार एक वाट्सअप चैट को बनाया गया है, जिसमें आरोपी अधिकारी कोर्ट की प्रक्रिया को प्रभावित करने की कोशिश कर रहे थे। पूर्व महाधिवक्ता सतीश चंद्र वर्मा की अग्रिम जमानत याचिका: नान घोटाले में पूर्व IAS अधिकारियों पर भी गंभीर आरोप
भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम और IPC की धाराओं के तहत केस दर्ज
ईओडब्ल्यू ने तीनों के खिलाफ भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम की धारा 7, 7क, 8, 13(2) और आईपीसी की धारा 182, 211, 193, 195-ए, 166-ए, 120 बी के तहत मामला दर्ज किया है। एफआईआर में आरोप है कि अनिल टुटेजा और आलोक शुक्ला ने डिजिटल साक्ष्यों का इस्तेमाल कर सरकार के उच्च अधिकारियों और न्यायालय के सामने चल रहे नान घोटाला मामले में हस्तक्षेप किया। पूर्व महाधिवक्ता सतीश चंद्र वर्मा की अग्रिम जमानत याचिका: नान घोटाले में पूर्व IAS अधिकारियों पर भी गंभीर आरोप
पूरी ब्यूरोक्रेसी पर था नियंत्रण
एफआईआर के अनुसार, अनिल टुटेजा और आलोक शुक्ला का छत्तीसगढ़ सरकार के कार्यों, नीति-निर्धारण, तथा पदस्थापना एवं स्थानांतरण में व्यापक हस्तक्षेप था। ईओडब्ल्यू का आरोप है कि इन अधिकारियों के प्रभाव के कारण छत्तीसगढ़ की पूरी ब्यूरोक्रेसी इनके नियंत्रण में थी। पूर्व महाधिवक्ता सतीश चंद्र वर्मा की अग्रिम जमानत याचिका: नान घोटाले में पूर्व IAS अधिकारियों पर भी गंभीर आरोप
EOW का आरोप: अदालत में अपने पक्ष में करवाया बयान
एफआईआर में बताया गया है कि आरोपियों ने अपने पदों का दुरुपयोग करते हुए तत्कालीन महाधिवक्ता सतीश चंद्र वर्मा को विशेष लाभ दिया। आरोप है कि इन लोगों ने ईओडब्ल्यू में पदस्थ उच्चाधिकारियों के दस्तावेजों और प्रक्रियाओं में फेरबदल कर अपने पक्ष में जवाबदावे बनवाए, ताकि नान घोटाले में उन्हें अग्रिम जमानत का लाभ मिल सके। पूर्व महाधिवक्ता सतीश चंद्र वर्मा की अग्रिम जमानत याचिका: नान घोटाले में पूर्व IAS अधिकारियों पर भी गंभीर आरोप
अभियोजन साक्ष्यों में फेरबदल का प्रयास
एफआईआर के अनुसार, अभियोजन साक्ष्यों और गवाहों के बयान को प्रभावित करने के लिए आरोपी अधिकारियों ने वाट्सअप चैट और दस्तावेजों का उपयोग किया, जिससे न्यायिक प्रक्रिया में भी बाधा पहुंची। पूर्व महाधिवक्ता सतीश चंद्र वर्मा की अग्रिम जमानत याचिका: नान घोटाले में पूर्व IAS अधिकारियों पर भी गंभीर आरोप