सोशल मीडिया बना जान का दुश्मन, ट्रोलिंग ने ले ली मां की जान, जाने क्या था कारण?
NCG News desk Chennai:-
चेन्नई। कुछ दिनों पहले चेन्नई का एक वीडियो जमकर वायरल हुआ था, जिसमें दिखाया गया था कि एक बच्ची फ्लेट की गैलरी से गिरकर नीचे वाले फ्लेट के शेड पर गिर गई थी। यह हादसा तब हुआ था जब मां बच्ची को गोद में लेकर उसे दूध पिला रही थी। बाद में आसपास के लोगों ने बडी मुश्किल से उसे रेस्क्यू किया था। रेस्क्यू करने से हालांकि बच्ची की जान बच गई थी। तमिलनाडु की राजधानी चेन्नई में एक महिला ने आत्महत्या कर के अपनी जिंदगी खत्म कर ली। जिसकी वजह थी सोशल मीडिया में लोग उसे ‘लापरवाह मां’ कहकर लगातार ट्रोल कर रहे थे। ट्रोलिंग से महिला इस कदर परेशान हो चुकिंथी कि वो डिप्रेशन में आ गई और अपनी जान दे दी।
क्यों दी महिला ने जान?
दरअसल, इस घटना वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ था। इसके बाद लोगों ने उनकी मां की ट्रोलिंग शुरू कर दी। ट्रोलिंग मे महिला को लापरवाह मां कहा गया था। लगातार हो रही ट्रोलिंग की वजह से वो काफी परेशान थी। महिला के पति का कहना है कि इस घटना के बाद से वह डिप्रेशन में चली गई थी। उसका इलाज चल रहा था। बता दें कि घटना 28 अप्रैल की है। जब 33 साल की वी. रम्या नाम की महिला अपनी 7 महीने की बेटी को अपार्टमेंट की चौथी मंजिल की गैलरी पर स्तनपान करवा रही थी। तभी बच्ची हाथों से गिर गई थी। वह पहली मंजिल पर शेड पर अटक गई थी। करीब 15 मिनट की मशक्कत के बाद बच्ची को बचा लिया था। इस दौरान किसी ने इसका वीडियो बना लिया। वीडियो में कुछ लोग बिल्डिंग के नीचे चादर लेकर खड़े थे, ताकि बच्ची को चोट लगने से बचाया जा सके।
महिला के पड़ोसियों ने ही सोशल मीडिया पर डाल दी वीडियो क्लिप
घटना 28 अप्रैल की है। बच्चा अपनी मां की गोद में था। इसी दौरान वह हाथों से छटक गया और दूसरी मंजिल पर बने एक शेड पर अटक गया। महिला के पड़ोसी ने सोशल मीडिया पर क्लिप डाल दी, जिसमें लोग बच्चे को बचाते हुए दिख रहे थे। सोशल मीडिया पर लोगों ने पड़ोसियों की प्रशंसा की, जिन्होंने बच्चे की जान बचाने के लिए अपनी जान खतरे में डाल दी थी। साथ ही लोगों ने मां की कड़ी आलोचना की और मां पर लापरवाही के आरोप लगाए।
ट्रोलिंग से तंग आकर मायके गई महिला
कोयंबटूर के करमादाई पुलिस स्टेशन के एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने बताया कि महिला घटना के बाद से काफी तनाव में थी। महिला अपनी आलोचनाओं से काफी परेशान थी। ट्रोलिंग से परेशान होकर महिला दो सप्ताह पहले अपने पति और बच्चों के साथ कोयंबटूर में अपने मायके चली गई। यहां भी वह परेशान रही और अंत में थककर उसने आत्महत्या कर ली। महिला के दो बच्चे हैं, जिसमें एक की उम्र पांच साल तो वहीं दूसरे की उम्र आठ माह है।