
किसान से 10 हजार की घूसखोरी, जुए के झूठे केस में फंसाने का आरोप, एसएसपी ने हवलदार को किया सस्पेंड
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बिलासपुर: किसान से 10 हजार की घूसखोरी, जुए के झूठे केस में फंसाने का आरोपछत्तीसगढ़ के बिलासपुर जिले में पुलिस द्वारा एक किसान से अवैध वसूली का गंभीर मामला सामने आया है। आरोप है कि एक हवलदार ने किसान को जुए के झूठे मामले में फंसाकर उससे 10,000 रुपए वसूले। पीड़ित किसान ने जब सबूतों के साथ एसएसपी से शिकायत की, तो मामले की गंभीरता को देखते हुए आरोपी हवलदार को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया गया है। यह पूरा मामला बिल्हा थाना क्षेत्र का है।
क्या है पूरा मामला?
बिल्हा पुलिस ने 19 जुलाई को केसला गांव के एक मंदिर के पास जुए के फड़ पर कार्रवाई की थी। पुलिस के अनुसार, इस छापेमार कार्रवाई में पांच लोगों को जुआ खेलते हुए गिरफ्तार किया गया और उनके पास से ताश पत्ती व नकदी बरामद की गई।किसान से 10 हजार की घूसखोरी, जुए के झूठे केस में फंसाने का आरोप
“खेत गया था, बाइक देखकर बना दिया जुआरी”
पुलिस द्वारा बनाए गए आरोपियों में से एक, रवि प्रकाश कौशिक, का आरोप है कि वह जुआ नहीं खेल रहा था। उसने बताया कि वह अपने खेत में काम करने गया था और अपनी मोटरसाइकिल मंदिर के पास खड़ी कर दी थी। जब उसे पता चला कि पुलिस उसकी बाइक उठाकर ले जा रही है, तो वह मौके पर पहुंचा। रवि का आरोप है कि वहां मौजूद पुलिसकर्मियों ने उसे भी जुआरी बताकर पकड़ लिया और थाने ले गए।किसान से 10 हजार की घूसखोरी, जुए के झूठे केस में फंसाने का आरोप
पैसे लेकर भी कर दी कार्रवाई

पीड़ित किसान रवि कौशिक ने एसएसपी रजनेश सिंह को दी अपनी शिकायत में बताया कि थाने में उससे 20,000 रुपए की मांग की गई। जब उसने इतनी रकम देने में असमर्थता जताई, तो सौदा 10,000 रुपए में तय हुआ। आरोप है कि प्रधान आरक्षक बलराम विश्वकर्मा ने एक सिपाही को उसके साथ एक चॉइस सेंटर भेजा, जहां से रवि ने पैसे निकालकर पुलिसकर्मी को दिए। सबसे हैरान करने वाली बात यह है कि पैसे लेने के बावजूद पुलिस ने उसके खिलाफ जुआ एक्ट के तहत मामला दर्ज कर दिया।किसान से 10 हजार की घूसखोरी, जुए के झूठे केस में फंसाने का आरोप
एसएसपी का तत्काल एक्शन
किसान की शिकायत और पेश किए गए सबूतों को एसएसपी रजनेश सिंह ने बेहद गंभीरता से लिया। उन्होंने प्रथम दृष्टया हवलदार को दोषी पाते हुए तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया है और पूरे मामले की विस्तृत जांच के आदेश दिए हैं।किसान से 10 हजार की घूसखोरी, जुए के झूठे केस में फंसाने का आरोप
थाना प्रभारी ने आरोपों को नकारा
वहीं, बिल्हा के थाना प्रभारी (टीआई) उमेश साहू ने पुलिस की कार्रवाई को पूरी तरह से कानूनी बताया है और अवैध उगाही के आरोपों को गलत करार दिया है। उनका तर्क है कि अगर किसान जुआ नहीं खेल रहा था, तो उसे यह बात अदालत में साबित करनी चाहिए।किसान से 10 हजार की घूसखोरी, जुए के झूठे केस में फंसाने का आरोप









